तमिलनाडुः अत्यधिक डाइट के चलते 17 वर्षीय लड़के की मौत Photograph: (ग्रोक)
कन्याकुमारीः तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले के कोलाचेल में अत्यधिक डाइट का पालन करने के चलते एक 17 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई है। परिवार के मुताबिक वह बीते तीन महीनों से लगातार अत्यधिक डाइट का पालन कर रहा था और सिर्फ जूस का सेवन कर रहा था।
24 जुलाई गुरुवार को संदिग्ध रूप से उसकी दम घुटने से मौत हो गई। मृतक सक्तीश्वरन के परिवार ने कहा कि वह स्वस्थ और सक्रिय था। परिवार के मुताबिक, उसने यूट्यूब वीडियो देखी थी जिसके बाद से वह सिर्फ फलों के जूस का सेवन कर रहा था। उसके परिवार ने डॉक्टरों और पुलिस को बताया कि उसने इस डाइट का पालन करने के लिए किसी डॉक्टर या फिर न्यूट्रिशनल एक्सपर्ट से ही कोई सलाह ली थी। परिवार ने यह भी बताया था कि उसने कुछ दवाइयां भी लीं थीं और वर्क आउट करने लगा था।
केवल जूस का कर रहा था सेवन
सक्तीश्वरन के परिवार के मुताबिक, उसने ऑनलाइन देखी गई डाइट का पालन करने के लिए खाना पूरी तरह से छोड़ दिया था और केवल फलों का जूस पी रहा था। 24 जुलाई को उसे अचानक से सांस लेने में समस्या हुई और घर पर ही गिर पड़ा। इसके कुछ देर बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।
उसके पड़ोसियों ने कहा कि सक्तीश्वरन बहुत कम उम्र से ही शरीर को लेकर सचेत था। अपने वजन संबंधी चिंताओं को लेकर वह स्कूल की खेल संबंधी गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेता था। हाल ही में उसने तिरुचिपल्ली के एक कॉलेज में दाखिला लिया था और कॉलेज शुरू होने से पहले वजन कम कर रहा था। पड़ोसियों के मुताबिक, तीन महीनों से लेकर सिर्फ वह फल और जूस ले रहा था और पहले से पतला दिखने लगा था।
24 जुलाई को सक्तीश्वरन के परिवार में पूजा का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान उसने महीनों में पहली बार खाना खाया। पड़ोसियों ने दावा किया कि खाना उसके शरीर के हिसाब से अनुकूल नहीं था। उसे कथित तौर पर उल्टी होने लगी, उसने सांस लेने में तकलीफ की बात की और बाद में गिर पड़ा और बाद में मृत्यु हो गई।
डॉक्टर्स हालांकि इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं कि मौत का असली कारण क्या था। सांस लेने में तकलीफ एक संभावित कारण बताया गया है, लेकिन यह चिकित्सकीय रूप से नहीं कहा गया है कि मौत का असली कारण डाइट प्लान था।
केरल से आया था मामला
इसी तरह का एक मामला केरल के कन्नूर जिले से आया था जहां 18 वर्षीय एम श्रीनंदा ने इसी तरह की डाइट प्लान किया था। बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
ऐसा बताया गया कि वह वजन घटाने को लेकर यूट्यूब पर देखी गई एक डाइट का पालन कर रही थी। मृतक लड़की एम श्रीनंदा कन्नूर जिले के कुथुपरंबा की रहने वाली थी। वह कथित तौर पर कई महीनों से पानी पीकर ही जीवित थी जिस कारण उसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो गईं।
मृतक लड़की मट्टनूर के पजहस्सी राजा एनएसएस कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा थी। उसे एक हफ्ते पहले थालेसरी को-ऑपरेटिव अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे अधिक थकान और उल्टी के लक्षण आ रहे थे। उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था जहां उसकी मृत्यु हो गई।
श्रीनंदा का इलाज करने वाले डॉक्टर नागेश प्रभु ने पुष्टि की कि वह एनोरेक्सिया नर्वोसा नामक बीमारी से पीड़ित थी। यह एक गंभीर बीमारी है जिसमें वजन बढ़ने का डर रहता है।
डॉक्टर के मुताबिक, वह लगभग छह महीने से भूखी रह रही थी। मेरे एक सहयोगी ने उसके परिवार को सलाह दी थी कि उसे किसी मनोचिकित्सक को दिखाएं। लेकिन उन लोगों ने स्थिति की गंभीरता को नहीं समझा और लड़की की जान चली गई थी।