चेन्नईः द्रविड़ मुन्नेत्र कझगम (डीएमके) प्रमुख और राज्य के सीएम एम के स्टालिन ने राज्य में परिवार नियोजन को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में परिवार नियोजन कार्यक्रम लागू करने के कारण लोकसभा सीटों में संभावित कमी का सामना करना पड़ सकता है। 

वह अपनी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के घर शादी समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि " चूंकि हमने उसका (परिवार नियोजन) का लगातार पालन किया है, इसलिए परिसीमन के दौरान राज्य की लोकसभा सीटों कम होने की परिस्थिति बन सकती है।"

राज्य में लोकसभा की कुल 39 सीटें हैं और यह परिसीमन के बाद उसकी संख्या में कमी का विरोध करता रहा है।  तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां पर विधानसभा की 234 सीटें हैं।  

ज्यादा बच्चे पैदा करें 

स्टालिन राज्य की जनसंख्या को लेकर पहले भी बोलते रहे हैं। बीते साल अक्तूबर में उन्होंने परिसीमन प्रक्रिया पर चिंता जताते हुए राज्य के लोगों से कहा था ज्यादा बच्चे पैदा करें। उन्होंने कहा था " इन दिनों, हम नहीं चाहते कि किसी को 16 प्रकार की संपत्ति प्राप्त हो। हम लोगों को सिर्फ छोटे परिवार के साथ खुश रहने का आशीर्वाद देते हैं। लेकिन जब हमें संसदीय सीटों में कमी का सामना करना पड़ता है तो हमें यह सोचना पड़ता है कि हमें छोटे परिवार क्यों रखने चाहिए? "

2023 में उन्होंने पीएम मोदी से आग्रह किया था कि दक्षिण भारतीय राज्यों के बीच इस डर को दूर करें कि परिसीमन अभ्यास से संसद में उनका प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा था कि "यह अन्यायपूर्ण है कि दक्षिणी राज्य जिन्होंने जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार की नीतियों का परिश्रमपूर्वक पालन किया है निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के दौरान दंडात्मक उपायों का सामना कर सकते हैं।"

उन्होंने कहा था कि हमें जनसंख्या के आधार पर सांसदों की संख्या बढ़ाने पर पुनर्विचार करना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस बात की आग्रह किया था कि परिसीमन प्रक्रिया के दौरान प्रतिनिधित्व में कमी नहीं आएगी।