swati maliwal
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नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल संग कथित मारपीट का वीडियो सामने आया है। यह वीडियो 13 मई का बताया जा रहा है जब मुख्यमंत्री आवास में उनके साथ कथित तौर पर मारपीट की घटना हुई थी।वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि सुरक्षाकर्मी स्वाति मालीवाल को वापस जाने के लिए कह रहे हैं। लेकिन वह इससे इनकार कर रही हैं। वो कहती हैं, आज मैं इन सब लोगों को बताऊंगी। मैं पहले एसएचओ सिविल लाइंस से बात करूंगी।
सुरक्षाकर्मी स्वाति मालीवाल से लगातार बाहर चलने के लिए कह रहे हैं। स्वाती कहती हैं, नहीं... अब जो होगा, अंदर ही होगा, जो करना है करो। अगर तुमने मुझे छुआ तो मैं तुम्हारी नौकरी खाऊंगी। वह कहती हैं, मैं 112 पर कॉल कर रही हूं पुलिस को आने दो उसके बाद में बात करूंगी। सुरक्षाकर्मी उनसे कहते हैं कि पुलिस भी तो बाहर आएगी। इस पर स्वाति कहती हैं, पुलिस अंदर आएगी। यहां तमाशा होगा। इसके बाद कर्मचारी स्वाति मालीवाल को बाहर आने के लिए कहते हैं। कर्मचारी स्वाति से कहते हैं कि आप पढ़े-लिखे लोग हैं। यह वीडियो 52 सेकेंड का है जिसकी बोले भारत पुष्टि नहीं करता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो पर दिल्ली पुलिस और स्वाति मालीवाल का बयान भी आया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उनकी जानकारी में यह वीडियो क्लिप आया है लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। इंडिया टीवी के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि ''उस दिन सीएम हाउस में कितने लोग आए थे, इसका अटेंडेंस रजिस्टर चेक किया जाएगा। उस वक्त ड्राइंग रूम में मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन की भी जांच की जांच की जाएगी। अगर वेटिंग में सीसीटीवी कैमरे लगे हों तो उनके फुटेज की भी जांच की जाएगी।''
इस बीच स्वाति मालीवाल ने अपने साथ कथित मारपीट के वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा: "हर बार की तरफ इस बार भी इस राजनीतिक हिटमैन ने खुद को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। अपने लोगों से ट्वीट करवा के आधी बिना संदर्भ की वीडियो चलाके इसे लगता है कि ये इस अपराध को अंजान देके खुद को बचा लेगा।'' स्वाती ने ट्वीट में आगे लिखा है, ''कोई किसी को पीटते हुए वीडियो बनाता है भला? घर के अंदर की और कमरे की CCTV फुटेज की जांच होते ही सत्य सबके सामने होगा। जिस हद तक गिर सकता है गिर जा, भगवान सब देख रहा है। एक ना एक दिन सब की सच्चाई दुनिया के सामने आएगी।"
इससे पहले के एक ट्वीट में स्वाति ने कहा था कि मेरे साथ जो हुआ वो बहुत बुरा था। मेरे साथ हुई घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दिया है। मुझे आशा है कि उचित कार्यवाही होगी। पिछले दिन मेरे लिए बहुत कठिन रहे हैं। जिन लोगों ने प्रार्थना की उनका धन्यवाद करती हूँ। जिन लोगों ने चरित्र हनन करने की कोशिश की, ये बोला की दूसरी पार्टी के इशारे पर कर रही है, भगवान उन्हें भी खुश रखे।
स्वाति ने ट्वीट में आगे लिखा था, देश में अहम चुनाव चल रहा है, स्वाति मालीवाल जरूरी नहीं है, देश के मुद्दे ज़रूरी हैं। भाजपा वालों से ख़ास गुज़ारिश है इस घटना पे राजनीति न करें। हर बार की तरह इस बार भी इस राजनीतिक हिटमैन ने ख़ुद को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
एफआईआर की कॉपी आई सामने
स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया है। स्वाति का आरोप है कि विभव ने उनके पेट पर मारा, लात मारी और थप्पड़ मारे। शिकायत के बाद गुरुवार को पुलिस ने विभव पर एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर की कॉपी भी सामने आई है। एफआईआर कॉपी की मानें तो स्वाति को सीएम आवास पर अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी विभव कुमार ने थप्पड़ मारा, पेट पर मारा और लात भी मारी। स्वाति के बयान के बाद उन्हें मेडिकल के लिए एम्स ले जाया गया। वहीं, एमएलसी में यह लिखा है कि स्वाति के चेहरे पर अंदरूनी चोट हैं। स्वाति ने अपनी तरफ से पुलिस को जो बयान दिया है, उसके अनुसार, "वह सीएम आवास के ड्रॉइंग रूम में इंतजार कर रही थीं, जब विभव ने उनके साथ बदतमीजी की। उसने गालियां दी। स्वाति ने बताया, "मैं चिल्लाती रही कि मुझे छोड़ दो, जाने दो, लेकिन, वह मुझे मारता रहा और गालियां देता रहा। उसने धमकियां दी कि तुम्हें देख लेंगे, निपटा देंगे।"
स्वाति मालीवाल ने तीस हजारी कोर्ट में दर्ज कराया बयान
स्वाति मालीवाल ने कथित हमले के मामले में शुक्रवार को दिल्ली की तीस हजारी अदालत में अपना बयान दर्ज कराया। मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने अपने कक्ष में मालीवाल का बयान दर्ज किया। सीआरपीसी की धारा 164 के तहत, एक न्यायिक मजिस्ट्रेट के पास बयान या कबूलनामे को रिकॉर्ड करने का अधिकार है। मालीवाल का बयान दर्ज करने के बाद, दिल्ली पुलिस ने गुरुवार देर रात आईपीसी की धारा 323, 354, 506, और 509 के तहत एफआईआर दर्ज की। इसके बाद, एम्स में उनकी मेडिकल जांच भी हुई।
मालीवाल ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि जब वह मुख्यमंत्री आवास के ड्राइंग रूम में इंतजार कर रही थीं, तो उनके निजी सचिव विभव कुमार आए और बिना किसी उकसावे के उन्हें थप्पड़ मारा और उसके पेट पर मुक्के भी मारे। सोमवार को डीसीपी (नॉर्थ) मनोज कुमार मीणा ने बताया कि सुबह 9.34 बजे सिविल लाइंस थाने में एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें कॉलर ने दावा किया कि सीएम केजरीवाल के आधिकारिक आवास पर मुख्यमंत्री के पीएस विभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की है।
दिल्ली पुलिस विभव के घर पहुंची
स्वाति मालीवाल पर हमले के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई। प्राथमिकी में विभव कुमार को नामजद किया गया है। एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम शुक्रवार को विभव कुमार के आवास पर पहुंची। दिल्ली पुलिस की टीम का कहना है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम विभव को नोटिस देने के लिए उनके आवास पर पहुंची थी और उन्होंने दिल्ली पुलिस से मदद मांगी थी।
इस बारे में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने बताया कि एनसीडब्ल्यू ने विभव के घर नोटिस देने पहुंची तो उनके घरवालों ने इसे लेने से इनकार कर दिया। एनसीडब्ल्यू ने ट्वीट किया, "आयोग के अधिकारियों ने सिविल लाइन्स एसीपी के साथ विभव कुमार को उनके आवास पर सुनवाई का नोटिस देने का प्रयास किया। जब घर के रहने वालों ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। अधिकारियों ने नोटिस को उनके आवास के गेट पर चिपका दिया, सुनवाई 18 मई को एनसीडब्ल्यू कार्यालय में होनी है।