नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाई कोर्ट के सात जजों के तबादले की सिफारिश की है। कॉलेजियम द्वारा इस तबादले की सिफारिश का उद्देश्य न्यायपालिका के प्रशासन में समावेश और विविधता को बढ़ाना है। जिन सात जजों के तबादले की सिफारिश की गई है, उनमें चार कर्नाटक उच्च न्यायालय के हैं। 

कॉलेजियम द्वारा यह निर्णय 15 और 19 अप्रैल को हुई बैठक के दौरान लिया गया। इसकी अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने की। इन बैठकों के बाद एक प्रस्ताव साझा किया गया जिसमें कहा गया "उच्च न्यायालयों के स्तर पर समावेशिता और विविधता लाने तथा न्याय प्रशासन की गुणवत्ता को मजबूत करने के उद्देश्य से सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम ने 15 अप्रैल 2025 और 19 अप्रैल 2025 को आयोजित अपनी बैठकों में उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों के स्थानांतरण की सिफारिश की है।"

कर्नाटक हाई कोर्ट के जज

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, कर्नाटक से ट्रांसफर होने वाले चार जजों में जस्टिस हेमंत चंदनगौदर को मद्रास हाई कोर्ट, जस्टिस कृष्णन नटराजन को केरल हाई कोर्ट, जस्टिस नेरानहल्ली श्रीनिवासन संजय गौदा को गुजरात हाई कोर्ट और जस्टिस दीक्षित कृष्णा श्रीपद को ओडिशा हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश की गई है। 

कॉलेजियम ने तेलंगाना उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों जस्टिग पेरुगु श्री सुधा को कर्नाटक हाई कोर्ट और जस्टिस कसोजु सुरेंदर को मद्रास हाई कोर्ट में भेजने की सिफारिश की है। 

इसके साथ ही जस्टिस कुंभजदला मनमाधा राव को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट से कर्नाटक हाई कोर्ट भेजने की सिफारिश की गई है। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा इन सिफारिशों का उद्देश्य भारत के उच्च न्यायालयों में न्यायिक संतुलन बनाए रखना है। इन तबादलों की सिफारिश में विधि और न्याय मंत्रालय द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद प्रभावी माना जाएगा।