नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष इंडी गठबंधन ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यह घोषणा मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की। इससे पहले सत्तारूढ़ एनडीए ने रविवार को अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी। एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। राधाकृष्णन अभी महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और तमिलनाडु से आते हैं। उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव 9 सितंबर को होना है।
खड़गे ने सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाने की घोषणा करते हुए कहा, 'उपराष्ट्रपति पद का यह चुनाव एक वैचारिक लड़ाई है, और सभी विपक्षी दल इस पर सहमत हैं, और यही कारण है कि हमने बी. सुदर्शन रेड्डी को संयुक्त उम्मीदवार के रूप में नामित किया है।' उन्होंने कहा कि नामांकन 21 अगस्त को दाखिल किया जाएगा, जिसके अगले दिन केंद्रीय कक्ष में सभी विपक्षी सांसदों की एक बैठक होगी। टीएमसी सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि आम आदमी पार्टी समेत सभी विपक्षी दलों ने इस चुनाव का समर्थन किया है।
कौन हैं बी सुदर्शन रेड्डी?
- बी सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को हुआ था। उनके पास बीए और एलएल.बी की डिग्री है।
- सुदर्शन रेड्डी आंध्र प्रदेश से आते हैं। वे हैदराबाद में आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में बतौर एडवोकेट पहली बार 27 दिसंबर 1971 को इनरोल हुए।
- उन्होंने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में मुख्य तौर पर रिट और सिविल मैटर से जुड़ी कानूनी लड़ाई में प्रैक्टिस किया हुआ है।
- टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सुदर्शन रेड्डी ने 1990 में केंद्र सरकार के लिए अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में संक्षिप्त रूप से काम किया। वे उस्मानिया विश्वविद्यालय के लिए कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील के रूप में काम कर चुके हैं।
- वे 2 मई 1995 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के जज नियुक्त किये गये। इसके बाद 5 दिसंबर, 2005 को गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त किए गए।
- साल 2007 में वे सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए। करीब चार साल बाद 8 जुलाई, 2011 को वे सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए।
खड़गे ने सुदर्शन रेड्डी के बारे में क्या कुछ कहा?
खड़गे ने नाम का ऐलान करते हुए कहा कि 'इंडिया' अलायंस ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। उन्होंने कहा कि बी. सुदर्शन रेड्डी भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक हैं। उनका एक लंबा और प्रतिष्ठित कानूनी करियर रहा है, जिसमें आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि सुदर्शन रेड्डी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के एक निरंतर और साहसी समर्थक रहे हैं। अगर आप उनके कई फैसले पढ़ेंगे, तो आपको पता चलेगा कि उन्होंने कैसे गरीबों का पक्ष लिया और संविधान तथा मौलिक अधिकारों की रक्षा की। खड़गे ने कहा कि सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे। सभी विपक्षी दलों के सांसद बुधवार की दोपहर 1 बजे सेंट्रल हॉल में बैठक करेंगे।
बताते चलें कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों वाले निर्वाचक मंडल में पूर्ण बहुमत प्राप्त है। ऐसे में राधाकृष्णन की जीत निश्चित मानी जा रही है। नए उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव 9 सितंबर को होंगे और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। यह पद जगदीप धनखड़ द्वारा 21 जुलाई को स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए अचानक इस्तीफा देने की घोषणा के बाद रिक्त हुआ था।
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)