एसएससी से क्या हैं अभ्यर्थियों की मांगे? Photograph: (सोशल मीडिया/youtube)
नई दिल्लीः कर्मचारी चयन आयोग यानी एसएससी ने कंबाइंड ग्रेजुएशन एग्जाम (सीजीएल) का परिणाम 30 मार्च को घोषित किया है। इस परिणाम में एसएससी ने 219 अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित किया है जिनका परिणाम 12 मार्च को घोषित किए गए नतीजों में जारी नहीं किया गया था। गौरतलब है कि 12 मार्च को जारी नतीजों में 1,267 अभ्यर्थियों का परिणाम रोक दिया गया था।
हालांकि नतीजे जारी किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर अभ्यर्थियों ने कुछ बिंदुओं पर विरोध जताया और इसके लिए एक अप्रैल को एक्स पर एक ट्रेंड भी चलाया। अभ्यर्थियों की मांगों के समर्थन में एसएससी की तैयारी कराने वाले कुछ शिक्षकों ने भी हिस्सा लिया। इसमें शिक्षक अभिनय, गगन प्रताप सिंह, जी वी विटमूवर, रानी और अन्य शिक्षक मौजूद थे। इसके अलावा शिक्षक और अभ्यर्थी नई दिल्ली स्थित एसएससी कार्यालय के बाहर एसएससी चेयरमैन से मिलने के लिए बैठे थे। देर रात एसएससी चेयरमैन से शिक्षक और छात्रों की मुलाकात भी हुई।
इस संबंध में अभ्यर्थी एक्स पर #SSCReforms2025, #SSC_CGL_Scam2024 जैसे ट्रेंड चला रहे हैं।
क्या हैं छात्रों की प्रमुख मांगे?
दरअसल, एसएससी द्वारा आयोजित कराई गई परीक्षा में अभ्यर्थियों की कुछ मांगे हैं। जिन बिंदुओं पर अभ्यर्थी विरोध कर रहे हैं, उनके बारे में जानेंगे।
नॉर्मलाइजेशन- अभ्यर्थियों के बीच नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर विरोध है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इससे कई अभ्यर्थियों के अंकों में भारी इजाफा हो जाता है तो वहीं कुछ अभ्यर्थियों के अंकों में कटौती हो जाती है। इसलिए छात्रों की मांग है कि टियर-2 की परीक्षा एक ही दिन कराई जाए जिससे नॉर्मलाइजेशन की विवादास्पद प्रक्रिया से बचा जा सके।
बोनस अंक- अभ्यर्थियों की दूसरी मांगों में एक यह भी है कि एसएससी हर साल कुछ गलत सवाल पूछती है। ऐसे में इन गलत सवालों के जवाब जिसने नहीं दिए होते हैं उन्हें भी पूरे अंक दिए जाते हैं और जिसने इन प्रश्नों के जवाब दिए हैं उसे भी नंबर दिया जाता है। एसएससी की तैयार कर रहे अभ्यर्थी आकाश सिंह ने बोले भारत से बताया कि इससे सही उत्तर देने वाले और गलत उत्तर देने वाले दोनों अभ्यर्थियों को समान अंक दिए जाते हैं।
वहीं कई बार अभ्यर्थी सवालों पर ऑब्जेक्शन कर देते हैं कि उक्त सवाल गलत है। इन प्रश्नों पर भी आयोग सभी को अंक दे देता है। इस पर अभ्यर्थियों ने विरोध दर्ज कराया है।
एक अन्य अभ्यर्थी अक्षत ने बताया कि आयोग की तरफ से हर बार गलत सवाल पूछे जाते हैं। इससे छात्र मानसिक रूप से टूटते हैं। कई बार तो छात्रों का साल बर्बाद हो जाता है और अंतिम प्रयास से आयोग की गलतियों के कारण बाहर हो जाते हैं।
इस बार सीजीएल की टियर-2 परीक्षा में सम संख्या (इवेन नंबर) के सवाल को लेकर विवाद था। इसके साथ ही प्रतिशतता के एक सवाल को लेकर भी विवाद था।
MTS, CHSL और CGL में पूछे गए एक ही स्तर के सवाल
कई बार एसएससी MTS, CHSL और CGL की परीक्षाओं में एक ही स्तर के सवाल पूछ लेती है। अभ्यर्थियों ने इस पर भी विरोध जताया है।
आयोग ने क्या कहा?
देर रात एसएससी परीक्षाओं के लिए गणित पढ़ाने वाले शिक्षक अभिनय और दो अभ्यर्थियों ने एसएससी चेयरमैन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बारे में शिक्षक अभिनय ने अपने यूट्यूब चैनल पर बुधवार को एक लाइव किया जिसमें इस मुलाकात के बारे में बताया है।
यूट्यूब लाइव में शिक्षक अभिनय ने बताया कि एसएससी चेयरमैन ने अभ्यर्थियों की मांगों को सुना और कुछ मुद्दों पर मौखिक रूप से आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि चेयरमैन के साथ यह मुलाकात 1 घंटे 45 मिनट के करीब हुई।
गलत सवाल पर क्या बोले- शिक्षक ने बताया कि गलत सवालों के मुद्दों पर चेयरमैन ने कहा कि हर चीज के लिए अलग विभाग होता है जो यह तय करता है। इसके साथ ही शिक्षक ने बताया कि चेयरमैन को गलत प्रश्नों के बारे में जानकारी है और उन्होंने स्वीकार किया कि गलती हुई है।
शिक्षक ने बताया कि गलत सवालों के विषय में चेयरमैन ने कहा कि परीक्षा आयोजित कराने वाली कंपनी टीसीएस का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया है। लेकिन इसके साथ ही शिक्षक ने यह भी बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि टीसीएस का कार्यकाल बीते साल ही समाप्त हो गया था लेकिन फिर भी टीसीएस ने इस बार की परीक्षा आयोजित कराई।
उन्होंने दावा किया कि कंपनी परीक्षा कराने में विफल रही थी इस वजह से कंपनी ने खुद यह फैसला किया कि वह एग्जाम नहीं कराएगी।
फाइनल आंसर की को लेकर क्या बोले - शिक्षक के मुताबिक, फाइनल आंसर की और टेंटेटिव आंसर की के बारे में चेयरमैन ने कहा कि कोशिश है कि इसमें समानता होनी चाहिए।
डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन पर क्या बोले - शिक्षक ने बताया कि डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के बारे में चेयरमैन ने कहा कि वह चाहते हैं कि एसएससी ही वेरिफिकेशन करे लेकिन सरकार का कहना है कि एसएससी सिर्फ परीक्षा आयोजित कराए।
इसके साथ ही शिक्षक ने कहा कि चेयरमैन ने कई बिंदुओं के बारे में लिखित सवाल मांगे हैं और कहा है कि इनमें सुधार किया जा सकता है।
वहीं, नार्मलाइजेशन के विषय में शिक्षक ने बताया कि चेयरमैन ने कहा कि हम इस विषय पर विचार कर रहे हैं और कोशिश करेंगे कि मेंस परीक्षा एक शिफ्ट में कराए जाने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्री परीक्षा में भी नॉर्मलाइजेशन को लेकर एक समिति का गठन किया जाएगा।
विभिन्न कारणों से इन अभ्यर्थियों के नतीजे नहीं घोषित किए गए थे। अब अंतिम परिणाम में से इनमें से 219 का चयन किया गया है।
गौरतलब है कि एसएससी सीजीएल टियर- 1 के नतीजे पांच दिसंबर को जारी किए गए थे। इसके बाद टियर-2 की परीक्षा 18,19,20 और 31 जनवरी को आयोजित की गई थी।
एसएससी सीजीएल की परीक्षा में हर वर्ष लाखों अभ्यर्थी भाग लेते हैं। साल 2024 की सीजीएल परीक्षा के लिए 36 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे।