गोवा से पुणे जा रही स्पाइसजेट (SpiceJet) की एक उड़ान के दौरान विमान की खिड़की की फ्रेम अचानक ढीली हो गई, जिससे कुछ देर के लिए विमान में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, एयरलाइन ने बयान जारी कर साफ किया है कि केबिन का दाब (cabin pressurisation) सामान्य बना रहा और यात्रियों की सुरक्षा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
यह घटना मंगलवार को उड़ान संख्या एसजी1080 में हुई, जब विमान गोवा से उड़ान भरकर पुणे की ओर जा रहा था। विमान के अंदर बैठे एक यात्री ने ढीली खिड़की फ्रेम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जो वायरल हो गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान हवा में था और खिड़की की आंतरिक ट्रिम फ्रेम अपनी जगह से लगभग निकल चुकी थी।
#SpiceJet from Goa to Pune today. The whole interior window assembly just fell off mid flight. And this flight is now supposed to take off and head to Jaipur. Wonder if it’s air worthy @ShivAroor @VishnuNDTV @DGCAIndia pic.twitter.com/x5YV3Qj2vu
— Aatish Mishra (@whatesh) July 1, 2025
एयरलाइन का सफाई भरा बयान
स्पाइसजेट ने बुधवार को जारी अपने बयान में कहा, "यह एक कॉस्मेटिक विंडो फ्रेम थी, जो विमान की संरचना से संबंधित नहीं थी और केवल धूप से बचाव के लिए लगाई जाती है। इसकी ढीलापन या हटना विमान की संरचनात्मक मजबूती या सुरक्षा पर कोई असर नहीं डालता।"
एयरलाइन ने बताया कि यह खिड़की फ्रेम विमान के क्यू400 मॉडल में मौजूद थी, जिसमें सुरक्षा के लिए कई लेयर वाले विंडो पेन लगे होते हैं। उन्होंने कहा, "बाहरी पेन पूरी तरह मजबूत और दबाव-सहनीय होता है। इस वजह से यात्रियों की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था।"
एयरलाइन ने कहा कि जब विमान पुणे एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड हुआ तो तय मानकों के अनुसार खिड़की फ्रेम को वहीं ठीक कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर यात्रियों की चिंता
एक यात्री ने इस घटना का वीडियो 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, "गोवा से पुणे आ रही स्पाइसजेट की उड़ान में खिड़की की पूरी आंतरिक यूनिट ही बीच उड़ान में निकल गई। यही विमान अब जयपुर के लिए रवाना होना है। क्या यह वास्तव में एयरवर्दी (उड़ान योग्य) है?"
यात्री ने अपनी पोस्ट में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को भी टैग किया और विमान की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए। फिलहाल DGCA की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन वीडियो के वायरल होने के बाद इस मामले में एयरक्राफ्ट की जांच की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल के महीनों में उड़ानों के दौरान तकनीकी खामियों की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे भारत में हवाई सुरक्षा को लेकर यात्रियों की चिंताएं तेज हुई हैं।