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चंडीगढ़: हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की सोनीपत यूनिट ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य अंकित नरवाल को गिरफ्तार किया है। अंकित नरवाल, जो चार गंभीर अपराधों में शामिल था और हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आया था। रिपोर्टों के मुताबिक अंकित विदेश भागने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाने की योजना बना रहा था।
एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि अंकित नरवाल सोशल मीडिया पर सक्रिय था और विदेश भागने की तैयारी कर रहा था। एसटीएफ ने तत्परता दिखाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ सबूत जुटाए।
अंकित की आपराधिक गतिविधियां और गिरफ्तारी
डीएसपी इंदिवर के अनुसार, अंकित पर चंडीगढ़ में दो युवकों की हत्या सहित कई अन्य गंभीर अपराधों का आरोप है। उसकी विदेश भागने की योजना एसटीएफ ने नाकाम कर दी, और उसके खिलाफ सबूत एकत्र किए गए। अंकित ने बरोदा थाना क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने का प्रयास किया था, जिसके लिए बरोदा थाना में मुकदमा दर्ज किया गया था।
अंकित की गिरफ्तारी के बाद, उसे कोर्ट में पेश किया गया और रिमांड पर भेजा गया। एसटीएफ यह जांच कर रही है कि फर्जी पासपोर्ट बनाने में उसे किसने मदद की और पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया में कौन शामिल था।
किसने बनाए फर्जी दस्तावेज, रिमांड पर अंकित से पूछताछ
डीएसपी ने बताया कि अंकित को अब चार दिन के पुलिस रिमांड पर रखा गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अंकित ने किसके साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए और पासपोर्ट की सत्यापन प्रक्रिया में किसका हाथ था।
एसटीएफ मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। पहले भी ऐसे मामलों में युवकों को पहचान लिया गया है जो फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने की कोशिश करते हैं। अब एसटीएफ यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि अंकित को फर्जी दस्तावेज बनाने में किसने सहायता की, और इस मामले में शामिल अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
हालांकि, अंकित के खिलाफ रंगदारी या फिरौती का कोई आरोप नहीं है, लेकिन उसके खिलाफ पहले से ही चार गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2019 में सेक्टर-15 में हुए डबल मर्डर (विनीत और अजय की हत्या) केस में क्राइम ब्रांच ने अंकित समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
IANS इनपुट के साथ