सोनिया-राहुल गांधी ने कमाए 142 करोड़ रुपये; नेशनल हेराल्ड मामले में ED का दावा

ED ने कोर्ट में कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा अन्य के खिलाफ प्रथम दृष्टया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बनता है। ED ने बताया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को 142 करोड़ रुपये के "अपराध की आय" से लाभ हुआ है।

राहुल सोनिया गांधी

राहुल सोनिया गांधी Photograph: (आईएएनएस )

National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ बड़ा दावा किया है।  जांच एजेंसी कोर्ट से कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने 142 करोड़ रुपये के अपराध के पैसे का फायदा उठाया है।  ईडी ने कोर्ट में यह भी कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ प्रथम दृष्टया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बनता है।  

नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में आज सुनवाई हुई। केंद्रीय एजेंसी की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि नेशनल हेराल्ड से संबंधित संपत्तियां नवंबर 2023 में कुर्क की गई थीं। तब तक आरोपी "अपराध की आय का आनंद ले रहे थे"।

सोनिया-राहुल सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के खिलाफ चार्जशीट 

ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अभियोजन शिकायत दाखिल की है। चार्जशीट में कांग्रेस ओवरसीज प्रमुख सैम पित्रोदा, सुमन दुबे और अन्य नाम भी शामिल हैं। आरोप है कि कांग्रेस नेतृत्व ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की संपत्तियों का दुरुपयोग करते हुए सार्वजनिक ट्रस्ट की संपत्ति को निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल किया।

नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना 1938 में पंडित जवाहरलाल नेहरू और अन्य कांग्रेस नेताओं ने की थी। इसका उद्देश्य कांग्रेस के उदारवादी विचारों को आवाज देना था। एजेएल द्वारा प्रकाशित यह अखबार आजादी की लड़ाई और उसके बाद के वर्षों में कांग्रेस के लिए अपनी बात लोगों तक पहुंचाने का एक अहम माध्यम था। इसके साथ ही एजेएल हिंदी और उर्दू में भी अखबार प्रकाशित करता था। साल 2008 में करीब 90 करोड़ रुपए के कर्ज के चलते इसका प्रकाशन बंद हो गया।

2012 में सामने आया नेशनल हेराल्ड केस

यह मामला 2012 में सामने आया, जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में शिकायत दाखिल कर कांग्रेस नेताओं पर धोखाधड़ी और विश्वासघात का आरोप लगाया। स्वामी के अनुसार, यंग इंडियन लिमिटेड ने एजेएल की संपत्तियों पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया और उसे निजी लाभ के लिए इस्तेमाल किया। इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी हिस्सेदार हैं।

ईडी की जांच में सामने आया कि गांधी परिवार द्वारा लाभान्वित यंग इंडियन ने केवल 50 लाख रुपए में एजेएल की 2,000 करोड़ रुपए की संपत्तियां हासिल कीं, जबकि उनकी बाजार कीमत कहीं अधिक थी। नवंबर 2023 में ईडी ने करीब 661 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियां और 90। 2 करोड़ रुपए के एजेएल शेयरों को जब्त किया, जिन्हें कथित तौर पर अपराध की आय माना गया है।

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