सीतापुरः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे जिले सीतापुर में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार को अज्ञात हमलावरों ने पत्रकार की गाड़ी में टक्कर मारी और फिर फायरिंग कर दी। पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई एक अखबार में रिपोर्टर थे।

पोस्टमार्टम के बाद पत्रकार का शव परिवार को सौंप दिया गया लेकिन परिवार के लोग हमलावरों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार करने से मना कर रहे हैं। सीतापुर पुलिस हत्या की जांच कर रही है। जिला प्रशासन और पुलिस परिवार को अंतिम संस्कार के लिए मनाने की कोशिश में जुटी है। 

आठ लोगों को हिरासत में लिया गया

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों में चार लेखपाल शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राघवेंद्र ने धान की खरीद में हो रही अनियमितता को लेकर लिखा था। इस सिलसिले में चार लेखपालों को नोटिस भी भेजा गया था। 

हिरासत में लिए गए लोगों में राघवेंद्र के एक पड़ोसी रिटायर्ड फौजी को भी हिरासत में लिया गया है। कांग्रेस के प्रदेश अक्ष्यक्ष अजय राय ने मृतक के परिजनों से बातचीत की है। राय ने मृतक के परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि और सरकारी नौकरी की मांग की है। 

हत्या की धाराओं में दर्ज की एफआईआर

पुलिस ने अज्ञात हमलावरों पर हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। लखनऊ रेंज के इंस्पेक्टर जनरल प्रशांत कुमार ने कहा कि हत्या के पीछे के सभी संभावित कोणों की जांच की जा रही है और लोगों के बयान भी लिए जा रहे हैं। 

पुलिस के मुताबिक, राघवेंद्र के शरीर पर गोलियों के चार निशान हैं और इससे यह संकेत मिलता है कि हमलावर हत्या के इरादे से ही आए थे। 

पुलिस ने घटनास्थल के पास के सीसीटीवी इकट्ठा किए हैं लेकिन इससे कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस स्पष्ट फुटेज प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने राघवेंद्र के फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। पुलिस राघवेंद्र के कॉल रिकॉर्ड की भी बात कर रही है। राघवेंद्र करीब 10 साल से पत्रकारिता कर रहे थे।