सिक्किम: सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) प्रमुख और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग रेनॉक विधानसभा सीट से चुनाव जीत गये हैं। तमांग ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सोम नाथ पौड्याल को 7,044 मतों से हराया। मुख्यमंत्री को 10,094 मत मिले जबकि सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के पौड्याल को 3,050 मत मिले।
रविवार को अब तक हुई मतगणना में सत्तारूढ़ एसकेएम का लगभग क्लीन स्वीप करते हुए एक बार फिर सरकार बनाना तय हो चुका है। समाचार लिखे जाने तक राज्य की 32 सीटों में से 22 के नतीजे घोषित किए जा चुके थे। इनमें 21 पर एसकेएम को जीत मिली है जबकि एक एसडीएफ के खाते में एकमात्र श्यारी सीट गई है। अन्य 10 सीटों पर एसकेएम आगे चल रही है।
पांच बार सीएम रहे पवन कुमार चामलिंग दोनों सीट हार गए
विपक्षी एसडीएफ के प्रमुख और पांच बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग दोनों सीट हार गये हैं। पवन कुमार राज्य की दो सीटों- नामचेबुंग और पोकलोक-कामरांग से चुनाव लड़े थे। नामचेबुंग विधानसभा सीट पर एसकेएम के राजू बसनेत ने उन्हें 2,256 मतों से मात दी। बसनेत को 7,195 और चामलिंग को 4,939 वोट मिले। पोकलोक-कामरांग सीट पर एसकेएम के भोज राज राय ने उन्हें 3,063 मतों से हराया। राय को 8,037 मत और चामलिंग को 4,974 मत मिले।
एसकेएम प्रमुख प्रेम सिंह तमांग ने सिक्किम के लोगों का जताया आभार
गंगटोक में पार्टी कार्यालय में जश्न के दौरान मीडिया से बात करते हुए, तमांग ने सिक्किम के लोगों का आभार व्यक्त किया और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को स्वीकार किया। तमांग ने कहा, “पवन कुमार चामलिंग तो 2019 में ही पूरी तरह से हार गए थे लेकिन यह लोकतंत्र है। जो काम वे 25 साल में नहीं कर सके, हमने उसे पांच साल में कर दिखाया। लोगों ने उसी आधार पर वोट दिया है।” सिक्किम में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था। मतगणना रविवार सुबह छह बजे शुरू हुई।
क्या था 2019 के चुनाव का परिणाम?
गौरतलब है कि 2019 के विधानसभा चुनाव में एसकेएम को 17 सीटें मिली थीं। वहीं एसडीएफ 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा और कांग्रेस के हिस्से एक भी सीट नहीं आई थी। चुनाव के कुछ महीने बाद पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग की पार्टी एसडीएफ के 10 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। फिलहाल यहां प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में एसकेएम की सरकार है।
आईएएनएस इनपुट के साथ