नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को लाल किले से अपने संबोधन में कहा कि श्यामाप्रसाद मुखर्जी देश के संविधान के लिए जान देने वाले पहले पुरुष थे। उन्होंने भारत के संविधान को बनाने में योगदान देने के लिए देश के पहले राष्ट्रपति और स्वतंत्रता सेनानी डॉ राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहेब अंबेडरकर, देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू सहित सरदार बल्लभ भाई पटेल, सर्वपल्ली राधाकृष्णन के को भी याद किया।

पीएम मोदी ने कहा, '1947 में अनंत संभावनाओं के साथ कोटि-कोटि भुजाओं के सामर्थ्य के साथ देश आजाद हुआ। देश का आकांक्षाएं उड़ाने भर रही थीं, लेकिन चुनौतियां उससे भी ज्यादा थी। पूज्य बापू के सिद्धांतों पर चलते हुए संविधान सभा के सदस्यों ने महत्वपूर्ण दायित्व निभाया। भारत का संविधान 78 वर्ष से प्रकाश स्तंभ बनकर मार्ग दिखाता रहा है। भारत के संविधान निर्माता डॉ राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहेब अंबेडकर, पंडित नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी रहे हैं।' 

श्यामा प्रसाद संविधान के लिए जान देने वाले पहले पुरुष: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा, 'इतना ही नहीं हमारी नारी शक्ति का भी योगदान रहा। मैं इन सभी और संविधान के निर्मातओं को नमन करता हूं। हम आज श्यामाप्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती मना रहे हैं। वे भारत के संविधान के लिए जान देने वाले पहले पुरुष थे। धारा 370 की दीवार गिराकर एक देश, एक संविधान के मंत्र को जब साकार किया, तब डॉ. मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी।'

लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने जो भाषण दिया उसमें भी साहस और बलिदान का पुट था। नए भारत को आत्मनिर्भर और प्रगति के पथ पर अग्रसर कराने का प्रण भी था। देशवासियों को 79वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए पीएम ने कहा कि यह दिन देश के सभी नागरिकों को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने और एक 'विकसित भारत' के निर्माण के लिए कड़ी मेहनत करते रहने के लिए प्रेरित करेगा।

इससे पहले 15 अगस्त की सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के जरिए पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, 'सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने और एक विकसित भारत के निर्माण के लिए और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करे। जय हिंद!'

(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)