शिवसेना उद्धव गुट को झटका, संजय लाखे पाटिल ने दिया इस्तीफा; संजय राउत पर बरसे

BMC चुनाव से पहले शिवसेना उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है। पार्टी नेता संजय पाटिल ने इस्तीफा दे दिया है। अक्टूबर में होने वाले नगर निगम चुनाव से पहले इसे बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। ओवैसी की एआईएमआईएम भी इस चुनाव में ताल ठोक रही है।

SHIVSENA UBT FACES SETBACK AS SANJAY PATIL RESIGNS BEFORE BMC ELECTION ALLEGED SAJAY RAUT

BMC से पहले उद्धव गुट को बड़ा झटका Photograph: (आईएएनएस)

मुंबईः महाराष्ट्र में राजनीतिक दल जहां बीएमसी (BMC) चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं। वहीं, शिवसेना उद्धव गुट को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के नेता डॉ. संजय लाखे पाटिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय ने लोकसभा चुनाव में उपेक्षा के चलते यह कदम उठाया है। 
 
संजय पाटिल ने उद्धव को उनकी बात न मानने को लेकर विरोध जताया था। लोकमत टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संजय पाटिल जालना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्होंने कहा कि अंतिम समय में उन्हें टिकट देने से मना कर दिया गया था। 

कांग्रेस छोड़ शिवसेना में हुए थे शामिल 

संजय पाटिल बीते साल कांग्रेस छोड़ शिवसेना उद्धव गुट में शामिल हुए थे। उस समय पर उन्हें जालना विधानसभा से टिकट का आश्वासन मिला था। हालांकि, बाद में उन्हें टिकट नहीं मिला। इस बारे में संजय पाटिल ने कहा "मुझे आश्वासन दिया गया था विधानसभा चुनाव से सांगली सीट के बजाय जालना सीट से टिकट दिया जाएगा। हालांकि ठाकरे समूह के सांसद संजय राउत ने अपने व्यक्तिगत एजेंडा के चलते इसकी अनुमति नहीं दी। "

संजय राउत के अलावा पाटिल ने अंबादास दानवे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा मुझे जानबूझकर पार्टी से निकाला गया। जब अंबादास जिले का दौरा कर रहे थे तब मुझे इससे दूर रखा गया था। मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। मूल रूप से मुझे काम करने का कोई मौका नहीं दिया गया। ऐसी कोशिश की गई कि मुझे कैसे दूर रखना है? मुझे संगठन के काम से लगातार बाहर रखा गया। उन्होंने कहा "इसीलिए मैंने ठाकरे गुट के साथ काम न करने का निर्णय लिया है।"

BMC चुनाव कब होंगे?

बीएमसी के चुनाव इस साल अक्टूबर के शुरुआती हफ्तों में होने की उम्मीद है। ऐसे में इस समय में संजय पाटिल का शिवसेना (यूबीटी)  से इस्तीफा देना एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका यानी बीएमसी राज्य का सबसे बड़ा नगर निगम है। वहीं, देश का सबसे अमीर निकाय भी है। निकाय में कुल 227 वार्ड हैं। 

बीएमसी के चुनाव के लिए सभी दल अपनी तैयारियों में जुटे हैं। एक ओर जहां राज्य में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के दलों में भाजपा, अजीत पवार की एनसीपी और एकनाश शिंदे की शिवसेना शामिल है तो वहीं महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव गुट और शरद पवार की एनसीपी शामिल है। वहीं, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी चुनाव में उतरने की योजना बना रही है जिससे मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है।

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