झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन, 81 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

शिबू सोरेन का निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शिबू सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक थे।

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रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन हो गया है। वे 81 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे अभी राज्य सभा सांसद भी थे। शिबू सोरेन पिछले करीब डेढ़ महीने से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। यहीं उन्होंने आखिरी सांस ली। उन्हें किडनी संबंधित समस्याएं थी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पिता के निधन की जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, 'आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं। आज मैं शून्य हो गया हूं।'

 

हेमंत सोरेन के पोस्ट पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लिखा, 'एक युग का अंत हुआ, भगवान आपको और आपके पूरे परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। आदरणीय शिबू सोरेन जी ने झामुमो को बढ़ाने में बड़ा योगदान दिया।'

शिबू सोरेन: 7 बार रहे लोकसभा सांसद

राजनीति में अपने चार दशक के करियर में शिबू सोरेन 7 बार लोकसभा के लिए चुने गए और दो बार राज्यसभा सांसद रहे। दूसरा कार्यकाल अभी चल रहा था। वे अलग-अलग मौकों पर तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा वे केंद्रीय मंत्री भी रहे। संथाल समुदाय से ताल्लुक रखने वाले शिबू सोरेन का जन्म झारखंड के हजारीबाग जिले में हुआ था, जो उस समय बिहार का हिस्सा था। 

उन्होंने वामपंथी ट्रेड यूनियन नेता एके रॉय और कुर्मी महतो नेता बिनोद बिहारी महतो के साथ मिलकर 1972 में झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया था। उन्हें दिशोम गुरु और गुरुजी के नाम से जाना जाता है। 1977 में उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा था, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।

वह पहली बार 1980 में दुमका से लोकसभा के लिए चुने गए, जो बाद में झामुमो का गढ़ बना। हालांकि, इस दिग्गज नेता को 2019 में अपने ही गढ़ में हार का सामना करना पड़ा, जब भाजपा के नलिन सोरेन ने 45,000 से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की। इससे पहले 1984 और 1998 में यहां हार का सामना करना पड़ा था।

अलग झारखंड राज्य के आंदोलन के अगुआ

सिबू सोरेन अलग झारखंड राज्य की मांग के आंदोलन में सबसे आगे थे और इसके गठन के बाद तीन बार मुख्यमंत्री रहे। वे पहली बार मार्च 2005 में झारखंड के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद अगस्त 2008 से जनवरी 2009 तक और दिसंबर 2009 से मई 2010 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। हालाँकि, राजनीतिक उथल-पुथल के कारण वे कभी भी पूरे पाँच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। 2005 में उनका पहला कार्यकाल बहुमत के अभाव में केवल नौ दिनों तक चल सका था।

पीएम मोदी ने जताया शिबू सोरेन के निधन पर दुख

शिबू सोरेन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया और उनके पुत्र व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से फोन पर बात कर संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी।

पीएम मोदी ने पोस्ट में लिखा, 'शिबू सोरेन एक जमीनी नेता थे, जिन्होंने जनता के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में ऊंचाइयों को छुआ। वे आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों के सशक्तिकरण के लिए विशेष रूप से समर्पित थे। उनके निधन से दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और संवेदना व्यक्त की।'

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