तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केरल में स्वागत करने पर खुशी जताई। पीएम मोदी विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार शाम को केरल पहुंचे।
कांग्रेस सांसद ने पीएम मोदी का केरल में स्वागत करने पर खुशी जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "दिल्ली एयरपोर्ट पर देरी के बावजूद मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर उनका स्वागत करने के लिए समय पर तिरुवनंतपुरम में उतरने में सफल रहा। मैं विझिनजाम बंदरगाह के आधिकारिक रूप से चालू होने का इंतजार कर रहा हूं। यह एक ऐसी परियोजना है जिसमें शुरू से ही शामिल होने पर मुझे गर्व है।"
Despite delays at the dysfunctional Delhi airport, managed to land in Thiruvananthapuram in time to receive Prime Minister Narendra Modi on his arrival in my constituency. Looking forward to his officially commissioning Vizhinjam port, a project I have been proud to have been… pic.twitter.com/OoGHeS0Gbe
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 1, 2025
बता दें कि पीएम मोदी शुक्रवार (दो मई) को विझिनजाम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का आधिकारिक रूप से उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी केरल पहुंच गए हैं। एयरपोर्ट पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
8 हजार 867 करोड़ में पूरा हुआ बंदरगाह
तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर विमान से उतरने के बाद पीएम मोदी राजभवन की तरफ रवाना हो गए। इस दौरान सड़क किनारे पीएम मोदी के स्वागत के लिए खड़े आम लोगों और भाजपा कार्यकर्ताओं का पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
बंदरगाह के चालू होने से केरल को वैश्विक समुद्री मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने और अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं नौवहन में देश की भूमिका में बदलाव की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, यह परियोजना 8 हजार 867 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरी हुई है। सफल परीक्षण के बाद बंदरगाह को पिछले साल दिसंबर में वाणिज्यिक कमीशनिंग प्रमाणपत्र मिला था।
बता दें कि केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा था कि यह सिर्फ एक नए बंदरगाह का उद्घाटन नहीं है। यह एक नए युग की शुरुआत है, जो भारतीय व्यापार और रसद को एक मजबूत वैश्विक उपस्थिति प्रदान करेगा।