शारदा विश्वविद्यालय की छात्रा ने की आत्महत्या Photograph: (सोशल मीडिया- एक्स (https://x.com/sharda_uni/photo))
ग्रेटर नोएडाः शारदा यूनिवर्सिटी की एक डेंटल छात्रा की आत्महत्या के बाद साथी छात्रों और परिवार ने भारी विरोध किया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों और परिवार के लोगों ने विश्वविद्यालय के कर्मचारियों पर मानसिक उत्पीड़न और लापरवाही का आरोप लगाया। पुलिस ने मामले में पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
मृतक छात्रा के रिश्तेदारों ने दावा किया कि संकाय के सदस्यों ने छात्रा पर फर्जी हस्ताक्षर करने के झूठे आरोप लगाए, उसे अपमानित किया गया और फेल करने की धमकी दी। पुलिस अपनी जांच में इन आरोपों की जांच करेगी।
20 वर्षीय डेंटल छात्रा 18 जुलाई को हॉस्टल कमरे में मृत पाई गई। पुलिस ने बताया कि उसने आत्महत्या की है। हिंदुस्तान टाइम्स ने ग्रेटर नोएडा के अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार के हवाले से लिखा " कल शारदा यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने यूनिवर्सिटी हॉस्टल में आत्महत्या कर ली। पुलिस को जानकारी मिली, घटनास्थल पर पहुंची और तुरंत पोस्टमार्टम कराया।"
परिवार ने क्या आरोप लगाए?
पीड़िता के भाई ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि एक हफ्ते पहले एक प्रोफेसर ने उसकी बहन पर असाइनमेंट और लैब वर्क पर फर्जी हस्ताक्षर करने के आरोप लगाए थे।
भाई ने कहा "मेरे पापा सोमवार को कैंपस गए थे और प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष से बात की थी। गुरुवार सुबह को उन्होंने मेरी बहन से बात की। उसके बाद हमने उसे नहीं सुना। बाद में उसके साथियों ने बताया कि उसे कक्षा में अपमानित किया गया था। शिक्षकों ने कहा कि वह जाली हस्ताक्षर बनाने में एक्सपर्ट थी और उसे फेल करने की धमकी दी थी। "
छात्रा के भाई ने आरोप लगाया कि वह लगातार मानसिक प्रताड़ना झेल रही थी। उसने आरोप लगाया कि पुलिस ने हम पर और हमारे परिवार पर विरोध प्रदर्शन के दौरान लाठी चार्ज किया।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
पीड़िता की मां सुनीता भी गुरुवार रात यूनिवर्सिटी कैंपस में न्याय की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन के लिए बैठी थी। उसने कहा "सीएम योगी और पीएम मोदी को बुलाओ। मैं 9 बजे से यहां बैठी हूं। मैं तक तक नहीं जाऊंगी जब तक मेरी बेटी को न्याय नहीं मिलता। आप जो चाहते हैं करें, मुझे जला दो, इसे बंद करो। मैं नहीं हटूंगी। "
मां ने दावा किया कि पुलिस ने शोकाकुल परिवार पर बल प्रयोग किया। उन्होंने कहा सभी बीडीएस छात्र डरे हुए हैं और घर जाना चाहते हैं।
परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की है। एडीसीपी कुमार के मुताबिक,
एफआईआर में पांच लोगों का नाम दर्ज है और दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा "हमने विश्वविद्यालय से कहा कि वह ऐसी प्रक्रियाएं लागू करे जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।"
जैसे ही यह खबर फैली विश्वविद्यालय के गेट पर बड़ी संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध प्रदर्शन तब और तेज हो गया जब परिवार ने संस्थान पर उत्पीड़न का आरोप लगाया और जवाबदेही की मांग की। पुलिस ने परिवार और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच एक बैठक कराई।
छात्रा बीडीएस की छात्रा थी और वह गुरुग्राम की रहने वाली थी। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, ज्योति शर्मा ने शुक्रवार रात को हॉस्टल रूम में आत्महत्या कर ली। इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, छात्रा के कमरे से कथित तौर पर एक सुसाइट नोट भी बरामद हुआ जिसमें छात्रा ने यूनिवर्सिटी प्रशासन और दो प्रोफेसर पर मानसिका प्रताड़ना का आरोप लगाया था।