अमृतसरः अमेरिका से वापस आए प्रवासियों का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में अमेरिका से वापस आने वाले निर्वासित सिख बिना पगड़ी के नजर आ रहे हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसकी कड़ी निंदा की है।
बीती 15 फरवरी को 116 अवैध प्रवासियों को लेकर एक सैन्य विमान अमृतसर पहुंचा। इन निर्वासितों में एक सिख यात्री ने दावा किया कि वे लोग पगड़ी नहीं पहने हुए थे। उसने यह भी कहा अमेरिका में जब अवैध तरीके से प्रवेश किया तब उन लोगों से अपनी पगड़ी हटाने को कहा गया था।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने की निंदा
इस कथित वीडियो में कुछ व्यक्तियों का एक समूह देखा जा सकता है जो अमृतसर हवाई अड्डे की फर्श पर बिना पगड़ी पहने बैठे हुए हैं। इसे देखते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अमेरिकी अधिकारियों की कड़ी निंदा की है।
बिना पगड़ी के वापस आए सिख निर्वासितों को एसजीपीसी के अधिकारियों ने पगड़ी प्रदान की। ये अधिकारी हवाई अड्डे पर प्रवासियों के लिए लंगर और बस सेवा प्रदान करने के लिए नियुक्त किया गया था।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एसजीपीसी के जनरल सेक्रेट्री गुरुचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा " यह दुख की बात है कि निर्वासितों को बेड़ियों में बांधकर लाया गया था और सिख निर्वासितों ने पगड़ी नहीं पहनी थी।" उन्होंने यह भी कहा कि कमेटी इस मसले को अमेरिकी अधिकारियों के बीच उठाएगा। उन्होंने कहा " पगड़ी सिख समुदाय का हिस्सा है।"
बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी की निंदा
वहीं शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी अमेरिकी अधिकारियों की निंदा की है। उन्होंने विदेश मंत्रालय से आग्रह भी किया है कि वे इस मुद्दे को अमेरिकी अधिकारियों के सामने उठाएं और भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
16 फरवरी को एक तीसरा अमेरिकी विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत पहुंचा। इस विमान में 112 प्रवासी शामिल थे। इनमें से 44 हरियाणा से, 33 गुजरात से और 31 पंजाब से हैं। इसके अलावा दो उत्तर प्रदेश से हैं और उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से एक-एक व्यक्ति है।
अब तक अमेरिका से 332 अवैध प्रवासी वापस आ चुके हैं। इन्हें तीन विमानों में लाया गया है। पहला विमान पांच फरवरी को आया था जिसमें 104 प्रवासी शामिल थे और दूसरा विमान 15 फरवरी को वापस आया। इस विमान में 116 प्रवासी थे।