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बेंगलुरुः कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोपी और कर्नाटक के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को अदालत ने 6 दिन की विशेष जांच दल (एसआईटी) रिमांड पर भेज दिया है। रेवन्ना को शुक्रवार सुबह बेंगलुरू में जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत के न्यायमूर्ति केएन शिवकुमार के समक्ष पेश किया गया था। एसआईटी ने रेवन्ना की 14 दिन की हिरासत मांगी थी।
प्रज्वल के वकील अरुण जी ने एसआईटी रिमांड का विरोध करते हुए कहा कि उनके मुवक्किल पर 5 मई तक दर्ज की गई एफआईआर में बलात्कार का आरोप नहीं लगाया गया था। इसलिए पुलिस हिरासत की आवश्यकता नहीं है। हालांकि अदालत ने रेवन्ना को 6 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अधिकारी 4 जून तक उससे पूछताछ करेंगे। इस बीच, प्रज्वल के वकीलों को हर सुबह एक घंटे के लिए अपने मुवक्किल से मिलने की अनुमति दी जाएगी।
#WATCH बेंगलुरु | अश्लील वीडियो मामला | निलंबित JD(S) नेता प्रज्वल रेवन्ना को 6 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया। pic.twitter.com/8FudwQcnB8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 31, 2024
26 अप्रैल को देश छोड़ जर्मनी चले गए थे प्रज्वल रेवन्ना
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते रेवन्ना, उनका कथित सेक्स वीडियो सामने आने के बाद 26 अप्रैल को देश छोड़कर चले गये थे। उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट, लुक आउट नोटिस और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किए गए थे। जर्मनी से 35 दिन बाद वापस लौटने पर जेडीएस के निष्कासित सांसद रेवन्ना को एसआईटी ने शुक्रवार बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया। उन्हें बेंगलुरु में सीआईडी परिसर स्थित अपने कार्यालय लेकर गई।
प्रज्वल का मोबाइल और बैगेज जब्त
म्यूनिख से आई लुफ्थांसा एयरलाइंस की फ्लाइट एलएच764 को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरते ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने घेर लिया। उन्होंने इमिग्रेशन की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद हासन सांसद को एसआईटी के हवाले कर दिया। एसआईटी ने प्रज्वल रेवन्ना का मोबाइल और बैगेज जब्त कर लिया है। पूरे घटनाक्रम को समझने के लिए उन्हें हासन स्थित उनके घर भी ले जाया जाएगा जहां कथित तौर पर अपराध हुआ था।इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल जांच के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
पोटेंसी टेस्ट से गुजर सकते हैं रेवन्ना
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार एसआईटी रेवन्ना का यौन शक्ति परीक्षण (पोटेंसी टेस्ट) कराने की योजना बना रही है। एक अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर प्रज्वल का यौन शक्ति परीक्षण करेंगे। इस जांच की प्रक्रिया दो घंटे तक चलेगी।
एसआईटी जांच निष्पक्ष होनी चाहिएः रेवन्ना
पत्रकारों से बात करते हुए प्रज्वल रेवन्ना ने कहा, "कानून अपना काम करेगा, एसआईटी जांच निष्पक्ष होनी चाहिए और पीड़ितों को न्याय दिलाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस मामले के कई आयाम हैं। हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि क्या होता है।"
एसआईटी को मामले की गहन जांच करनी चाहिए : बसवराज
उधर, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि एसआईटी को प्रज्वल रेवन्ना के मामले की गहन जांच करनी चाहिए। पूर्व सीएम ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना ने कानूनी तरीके से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। लोगों की मांग है कि एसआईटी मामले की गहन जांच करे। उन्होंने कहा कि इस मामले ने इस बात पर बहस छेड़ दी है कि यह स्कैंडल कैसे उजागर हुआ। कौन इसे दुष्प्रचार में बदलना चाहता था। पेन ड्राइव किसके पास थी। क्यों सेलेक्टेड लोगों को गिरफ्तार किया गया? पूर्व सीएम बोम्मई ने कहा, "राजनीतिक मंशा स्पष्ट है। कानून के अनुसार, पेन ड्राइव वितरित करना कानून के खिलाफ है। एसआईटी को यह भी देखना चाहिए कि इन पेन ड्राइव को किसने वितरित किया।"
एसआईटी ने की प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना की जमानत रद्द करने की मांग
इस बीच एसआईटी ने कर्नाटक उच्च न्यायालय से प्रज्वल के पिता और होलेनरसिपुरा जेडीएस विधायक एचडी रेवन्ना को अपहरण मामले में दी गई जमानत रद्द करने का अनुरोध किया। यह मामला केआर नगर की एक महिला के कथित अपहरण से जुड़ा है। मामले में एचडी रेवन्ना को 4 मई को गिरफ्तार किया गया था। बाद में स्पेशल एमपी-एमएलए अदालत ने 5 लाख मुचलके पर उनको 14 मई को जमानत दे दी थी। मामले की शुक्रवार न्यायमूर्ति कृष्ण दीक्षित की अध्यक्षता वाली एकल पीठ सुनवाई कर रही थी। उन्होंने कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी। बता दें कि केआर नगरा पुलिस स्टेशन में एचडी रेवन्ना और अन्य के खिलाफ प्रज्वल रेवन्ना द्वारा यौन उत्पीड़न की पीड़िता के कथित अपहरण के लिए मामला दर्ज किया गया है।