नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जिले में पुलिस प्रशासन ने शुक्रवार को होली और रमजान के दूसरे जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जिले में 13 मार्च से 15 मार्च तक तीन दिन के लिए बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी गई है।
गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी के पर्यवेक्षण में एडीसीपी सेंट्रल नोएडा हृदेश कठेरिया ने थाना सूरजपुर क्षेत्र में मार्च कर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान संदिग्ध वाहनों की सघन चेकिंग कराई गई और थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए कि बैरिकेडिंग लगाकर हर संदिग्ध वाहन की जांच सुनिश्चित की जाए।
साथ ही सभी पीसीआर और पीआरवी वाहनों को लगातार गश्त करने के निर्देश दिए गए। नोएडा के सेक्टर 18 और अट्टा मार्केट में भी चेकिंग अभियान चलाया गया। डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह के नेतृत्व में एडीसीपी नोएडा सुमित शुक्ला, एसीपी-1 प्रवीण कुमार सिंह, थाना प्रभारी सेक्टर 20 और डॉग स्क्वायड की टीम ने 13 मार्च को सेक्टर 18 एवं अट्टा मार्केट में सघन चेकिंग अभियान चलाया।
इस दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया कि वे हर संदिग्ध वाहन की जांच करें और सतर्कता से ड्यूटी निभाएं। इसके अलावा, पुलिस अधिकारियों ने यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने और नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
सभी पुलिस इकाइयों को सतर्कता बरतने और सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए कहा गया है ताकि आगामी त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
4000 पुलिसकर्मी तैनात
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर जिले में 4000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इस बार 984 स्थानों पर होलिका दहन होगा, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
पूरे जिले को 10 जोन और 26 सेक्टर में बांटा गया है, जबकि संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जाएगी। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि होली को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं। 181 आरडब्ल्यूए और 329 ग्राम सुरक्षा समिति के पदाधिकारियों के साथ 70 से अधिक शांति समितियों की बैठकें हो चुकी हैं। धर्मगुरुओं और समाज के प्रतिष्ठित लोगों से सहयोग की अपील की गई है।
लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। कमिश्नरेट में 44 संवेदनशील और हॉटस्पॉट स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां अतिरिक्त पुलिस बल, पीएसी और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। जोन की जिम्मेदारी डीसीपी और एडिशनल डीसीपी को दी गई है, जबकि सेक्टरों की देखरेख एसीपी और थाना प्रभारी करेंगे। इसके लिए 26 मोबाइल क्यूआरटी और दो कंपनी अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।