नीलम गोरे के बयान पर भड़के संजय राउत; सीएम फडणवीस ने दी नसीहत

महाराष्ट्र में इस समय विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे के बयान पर सियासी पारा हाई है। गोरे ने कहा था कि अविभाजित शिवसेना में मर्सिडीज के बदले पद दिया जाता है।

Maharastra

Photograph: (Social Media)

नागपुर: शिवसेना (यूबीटी) में मर्सिडीज कार उपहार में देने से बड़ा पद मिलता है, नीलम गोरे के इस आरोप पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि मैं उस पार्टी में नहीं था, इसलिए इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नीलम गोरे उस पार्टी में थीं, मैं उस पार्टी में नहीं था, तो पार्टी में क्या चल रहा है, वही बता सकती हैं। मैं इस पर कोई कमेंट नहीं कर सकता।

किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त जारी होने पर सीएम फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के 90 लाख किसानों को यह सम्मान निधि दी जा रही है। पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इस योजना को शुरू किया।

सीएम फडणवीस ने दी नसीहत

पीएस और ओएसडी की नियुक्तियों को लेकर सवाल किए जाने पर फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री को इन नियुक्तियों का अधिकार है। कैबिनेट में यह स्पष्ट रूप से कहा था कि अगर आपको किसी का नाम भेजना है, तो भेजिए। जिनके नाम गलत फिक्सिंग में इंवॉल्व हैं, उन्हें हम मान्यता नहीं देंगे। मेरे पास लगभग 125 नाम आए थे, जिनमें से 109 नाम क्लियर किए गए हैं। कुछ नामों पर आरोप हैं और उनकी जांच चल रही है।

पिछली महायुति सरकार के कार्यकाल में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले और धनंजय मुंडे पर आरोप लगने को लेकर पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसकी जांच की जा रही है। शिकायत का मतलब यह नहीं कि अनियमितता हुई है। हम किसी भी शिकायत की जांच करते हैं। इस मामले की भी जांच हो रही है। जब जांच पूरी हो जाएगी, तब मैं इस पर अंतिम टिप्पणी करूंगा।

शरद पवार दें गोरे को जवाब: राउत

वहीं, उनकी पार्टी के नेता संजय राउत ने तो और कड़ा रुख अपनाते हुए नीलम गोरे को निर्लज्ज तक कह दिया। उन्होंने सवाल किया है कि शिवसेना ने उन्हें चार बार विधान परिषद की सदस्यता दी। तो क्या उन्होंने आठ मर्सिडीज दी हैं। दी हैं, तो उनकी रसीदें दिखाएं। नीलम गोरे का बयान मराठी साहित्य सम्मेलन में दिया गया, जिसके स्वागत अध्यक्ष शरद पवार थे। इसलिए राउत ने शरद पवार को भी घेरते हुए कहा कि साहित्य सम्मेलन का उपयोग नेताओं पर कीचड़ उछालने के लिए किया जा रहा है। क्या शरद पवार इससे सहमत हैं ? राउत ने कहा कि जब शरद पवार पर कोई टिप्पणी की जाती है, तो शिवसेना (यूबीटी) हमेशा उनके साथ खड़ी रहती है। अब शरद पवार को भी नीलम गोरे की बात का जवाब देना चाहिए।

 

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