संभल: यूपी पुलिस ने शुक्रवार दिल्ली से आए तीन लोगों को हिरासत में लिया जो शाही जामा मस्जिद में कथित रूप से हवन और पूजा करने की कोशिश कर रहे थे। संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने के बाद शुक्रवार की नमाज से पहले पुलिस प्रशासन ने शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी थी। 

संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया, "तीन व्यक्ति कार से आए थे और विवादित स्थल के पास उन्हें हिरासत में लिया गया। उन्हें पुलिस थाने भेज दिया गया है और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्हें भविष्य में संभल में प्रवेश न करने की चेतावनी दी जाएगी।"

हिरासत में लिए गए लोगों ने क्या कहा?

हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति, सनातन सिंह ने दावा किया, "हम विष्णु हरिहर मंदिर में हवन और यज्ञ करने आए थे, लेकिन पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया। अगर वहां नमाज हो सकती है, तो पूजा क्यों नहीं?"

एक अन्य व्यक्ति वीर सिंह यादव ने कहा कि हम संभल मस्जिद में धार्मिक अनुष्ठान करने आए थे, लेकिन पुलिस ने हमें रोक दिया।" तीसरे व्यक्ति अनिल सिंह का कहना था कि "हम हरिहर मंदिर में हवन कर रहे थे, तभी हमें हिरासत में ले लिया गया।"

यह पुलिस कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब मोहल्ला कोट गर्वी में धार्मिक गतिविधियों को लेकर तनाव पहले से ही बढ़ा हुआ है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को सख्ती से रोका जाएगा।

संभल में कड़ी की गई है सुरक्षा व्यवस्था

गौरतलब है कि संभल जामा मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज और वक्फ विधेयक के पारित होने के मद्देजनर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। शहर में रूट मार्च भी किया गया। एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि सभी त्योहार सकुशल संपन्न हों यह सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही सीसीटीवी और ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के जरिए सभी पोस्ट पर नजर रखी जा रही है और कोई आपत्तिजनक पोस्ट मिलने पर जांच की जा रही है।

पिछले साल 24 नवंबर को, जब एक अदालत ने शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया था, तब स्थानीय लोगों के विरोध के चलते हिंसा भड़क उठी थी। उस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग, जिनमें सुरक्षा बल भी शामिल थे, घायल हुए थे।

अदालत में दायर याचिका में दावा किया गया था कि मस्जिद एक ध्वस्त हिंदू मंदिर के स्थान पर बनी है। इस मामले को लेकर क्षेत्र में अब भी सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है।