हाल ही में 'विरासत कर' को लेकर बयान देने के बाद चर्चा में रहे इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक और ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर आम चुनाव के बीच विवाद मच गया है। इस बयान ने साथ ही भाजपा को भी कांग्रेस पर हमला करने के लिए सियासी हथियार मुहैया करा दिया है। सैम पित्रोदा एक पॉडकास्ट में भारत की विविधता पर बात कर रहे थे और इसी दौरान उन्होंने जो बातें कही उसे लेकर सियासी हंगामा मचा है।

पित्रोदा के बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली में राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। इसके अलावा पूर्वोत्तर के भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने हमला बोल दिया। दूसरी ओर सैम पित्रोदा के देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों की तुलना विदेशी नस्लों के लोगों से करने पर विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया है।

सैम पित्रोदा ने क्या कहा जिस पर मचा है हंगामा?

'द स्टेट्समैन' को दिए एक इंटरव्यू में पित्रोदा भारत के विविधतापूर्ण संस्कृति पर अपने विचार रख रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यह विवादित बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि उत्तर भारत के लोग तो सफेद गोरे जैसे नजर आते हैं, जबकि पूर्वी भारत के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं। इस बयान में आगे पित्रोदा ने कहा कि दक्षिण भारतीय लोग अफ्रीकी जैसे और पश्चिम भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं। पित्रोदा ने आगे कहा कि भारत जैसे विविधता वाले देश में फिर भी सभी एक साथ रहते हैं।

पित्रोदा का यह बयान कांग्रेस के लिए मुश्किलें लेकर आ गया है। भाजपा पित्रोदा के इसी नस्लीय बयान पर हमलावर हो गई है। भाजपा का कहना है कि ये शब्द भले सैम पित्रोदा के हों लेकिन सोच राहुल गांधी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस बयान का चुनावी रैली में जिक्र कर पूरे मुद्दे को और गरमा दिया है।

'चमड़ी के रंग के आधार पर देशवासियों का अपमान मोदी सहन नहीं करेगा'

पित्रोदा के बयान के बाद पीएम मोदी ने तेलंगाना के वारंगल में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि शहजादे के फिलॉस्फर और गाइड अंकल ने बड़ा रहस्य खोला है। उन्होंने कहा कि जिनकी चमड़ी का रंग काला होता है, वो सब अफ्रीका के हैं, मतलब देश के अनेक लोगों को चमड़ी के रंग के आधार पर उन्होंने इतनी बड़ी गाली दे दी।

पीएम मोदी ने आगे कहा- 'आज मैं बहुत गुस्से में हूं। मुझे कोई गाली दे, गुस्सा नहीं आता है। मैं सहन कर लेता हूं। लेकिन आज शहजादे के फिलॉस्फर ने इतनी बड़ी गाली दी है, जिसने मुझमें गुस्सा भर दिया है। क्या हमारे देश में चमड़ी के रंग के आधार पर लोगों की योग्यता तय होगी। संविधान के सिर पर नाचने वाले लोग चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान कर रहे हैं। शहजादे आपको जवाब देना पड़ेगा। चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान देश सहन नहीं करेगा और मोदी बिल्कुल नहीं करेगा।'

पीएम मोदी ने पित्रोदा की टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी का बिना नाम लिए हमला बोलते हुए कहा, 'मैं बहुत सोच रहा था, द्रौपदी मुर्मू की अच्छी प्रतिष्ठा है, आदिवासी समाज की एक प्रतिष्ठित बेटी हैं। उनको हम राष्ट्रपति बना रहे हैं। कांग्रेस उनको हराने के लिए इतनी मेहनत क्यों कर रही है। कांग्रेस आदिवासियों को क्यों नाराज कर रही है। मैं सोचता रहता था, लेकिन, मुझे समझ में नहीं आता था।'

मोदी ने आगे कहा, 'अब जाकर मुझे समझ में आया है कि चमड़ी का रंग देखकर के उन्होंने मान लिया द्रौपदी मुर्मू भी अफ्रीकन हैं और इसलिए उनकी चमड़ी का रंग काला है तो उनको हराना चाहिए। ये सोच तो मुझे पहली बार पता चली है कि इनका दिमाग कहां काम कर रहा है। चमड़ी का रंग कोई भी हो, हम तो भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने वाले लोग हैं। जिनकी चमड़ी का रंग यहां हम सब जैसा था।'

पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस की सफाई

इस बीच पित्रोदा के बयान पर विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया है। कांग्रेस के महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'सैम पित्रोदा द्वारा भारत की विविधताओं को जो उपमाएं दी गई हैं, वह अत्यंत ग़लत व अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने-आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।'

गौरतलब है कि इससे पहले सैम पित्रोदा ने अपने बयान के जरिए राजनीति का पारा उस समय हाई कर दिया था, जब उन्होंने कहा था कि अमेरिका की तरह भारत में भी विरासत कर को लेकर बात की जा सकती है।