हजारीबाग Photograph: (Agency)
हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग में महाशिवरात्रि के मौके पर दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई। जानकारी के मुताबिक इचाक प्रखंड अंतर्गत डुमरौन गांव में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प की खबरें हैं। इस दौरान दोनों ओर से जमकर पथराव और आगजनी हुई है। बताया जा रहा है कि उपद्रवियों ने एक दुकान को भी फूंक दिया है। झड़प में कुछ लोगों को चोट भी पहुंची है, जिन्हें हजारीबाग सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक ने बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती कर दी है।
हिंसक टकराव की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन के अधिकारी और सुरक्षा बलों की टुकड़ियां मौके पर पहुंचीं। इसके बाद हालात पर काबू पा लिया गया। बताया गया कि डुमरौन स्थित सरकारी विद्यालय के गेट पर धार्मिक झंडा लगाने को लेकर विवाद बढ़ा और देखते ही देखते दो समुदायों के लोग आमने-सामने हो गए। एक समुदाय ने करीब दो साल पहले विद्यालय में धार्मिक प्रतीक वाला मीनारनुमा गेट बना दिया था।
झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ विवाद
इस पर ग्रामीणों का एक समूह लगातार आपत्ति जताता रहा है। इसे लेकर जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सहित कई अफसरों को कई बार ज्ञापन भी सौंपा गया था, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। बुधवार को इसी गेट के पास एक समुदाय के लोग गाना बजाते हुए धार्मिक झंडा लगाने पहुंचे तो दूसरे पक्ष ने पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों ओर से जमकर भिड़ंत हुई।
झड़प के बाद पुलिस ने की अपील
घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज कराया गया है। पुलिस के पहुंचने के बाद दोनों पक्षों को मौके से हटा दिया गया, लेकिन इस बीच तीन मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर देने से तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। इचाक के बीडीओ और थाना प्रभारी मौके पर मौजूद हैं। पुलिस-प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए इलाके में शांति बहाल करने के लिए अभियान तेज कर दिया है। दोनों पक्षों के बीच वार्ता कराने की कोशिश की जा रही है।
एक समुदाय के लोगों का कहना है कि जब प्रशासन ने सरकारी विद्यालय में धार्मिक प्रतीक वाला मीनार का निर्माण नहीं रोका तो दूसरे पक्ष को भी वहां झंडा लगाने का अधिकार है।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)