राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता अरुण कुमार ने कहा कि संघ और भारतीय जनता पार्टी में कोई अंतर नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बेंगलुरु में दिए गए अरुण कुमार के भाषण के मुताबिक लिखा है "हममें (भाजपा और आरएसएस) में कोई अंतर नहीं है। हम समाज और देश के मुद्दों पर साथ काम करते हैं और हम आपसी विश्वास के साथ काम करते रहेंगे।"
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर आरएसएस के सह सरकार्यवाह बोले, "संघ के अंतर्गत 32 से अधिक संगठन काम करते हैं। प्रत्येक संगठन स्वतंत्र है और इसकी अपनी निर्णय लेने की प्रक्रिया है। प्रत्येक संगठन की अपनी सदस्यता, चुनाव और स्थानीय, जिले और मंडल स्तर पर संरचना है और वे अपनी प्रक्रियाओं का पालन करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि सभी संगठनों की प्रक्रियाएं जारी हैं और उनकी सदस्यता बढ़ रही है और जिला और राज्य स्तर पर समितियां बनाई जा रही हैं। भविष्य में उनका अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा।
भाजपा जल्द ही चुन सकती है अगला अध्यक्ष
एएनआई के अनुसार, भाजपा शीघ्र ही अपने नए अध्यक्ष का चुनाव कर सकती है। हालांकि पहले यह प्रक्रिया साल के शुरुआती महीने जनवरी में पूर्ण होने की उम्मीद थी लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते इसमें देरी हुई। इसके अलावा कई राज्यों की इकाइयों में भी चुनाव प्रक्रिया चल रही थी, इसलिए भी इसमें समय लगा।
भाजपा के संविधान के मुताबिक,राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए कम से कम 50 प्रतिशत राज्यों की इकाइयों के अध्यक्ष हिस्सा लेने चाहिए। इसलिए राज्य इकाइयों के चुनाव जल्द ही हो रहे हैं।
राज्य प्रमुख के साथ-साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए निर्वाचक मंडल के सदस्यों का भी चयन किया जाता है। गौरतलब है कि भाजपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को जून 2019 में कार्यवाहक अध्यक्ष चुना गया था और जनवरी 2020 तक वह इस पद पर रहे।
साल 2019 से नड्डा संभाल रहे हैं जिम्मेदारी
जनवरी 2020 में उन्हें भाजपा के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कमान सौंपी गई और तब से नड्डा इस पद पर हैं। नड्डा की अगुवाई में भाजपा ने राज्य विधानसभाओं के 35 चुनाव लड़े हैं और इनमें से 16 चुनावों में भाजपा को जीत मिली है। इसके साथ ही उनके नेतृत्व में 2024 आम चुनाव भी लड़ा गया जिसमें पार्टी ने गठबंधन के साथ सरकार बनाई है।
ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा और संघ का इस चुनाव में क्या योगदान रहने वाला है? क्या कोई संघ का करीबी व्यक्ति भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा या फिर मोदी-शाह के पसंदीदा चेहरे पर भाजपा दांव लगाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी दक्षिणी राज्य से किसी को या फिर किसी महिला चेहरे पर दांव चल सकती है।