नीतीश कुमार के 'लालू को मैंने बनाया' पर आरजेडी के मनोज झा का तंज, कहा- आप ब्रह्मा हैं

मनोज झा ने तंज कसते हुए कहा कि सीएम नीतीश को लगता है कि वह इस सृष्टि के निर्माता हैं, ब्रह्मा हैं। 2005 से पहले यह दुनिया ही नहीं थी। झा ने कहा कि हम लोग उस समय बहुत छोटे थे। लेकिन हमें पता है कि नीतीश किधर गिने जाते थे।

मनोज झा

मनोज झा Photograph: (Social Media)

राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता मनोज झा ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए उन्हें 'ब्रह्मांड का निर्माता' और 'ब्रह्मा' बताया है। एक दिन पहले बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से कहा कि उनके पिता लालू यादव को मैंने ही मुख्यमंत्री बनाया था। मनोज झा ने तंज कसते हुए कहा कि सीएम नीतीश को लगता है कि वह इस सृष्टि के निर्माता हैं, ब्रह्मा हैं। 2005 से पहले यह दुनिया ही नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर नीतीश को इस तरह के विचार मन में आ रहे हैं तो मुझे उनकी चिंता हो रही है। दुर्भाग्य की बात है कि वह व्यक्ति अब इस तरह की भाषा बोल रहा है। 

आरजेडी सांसद मनोज झा ने बुधवार को कहा कि नीतीश तो लालू यादव की टीम में थे। वह लालू की वजह से ही जाने जाते थे। झा ने कहा कि हम लोग उस समय बहुत छोटे थे। लेकिन हमें पता है कि नीतीश किधर गिने जाते थे। कल विधानसभा में तेजस्वी यादव ने बगैर कटुता के ऐतिहासिक विश्लेषण, समकालीन चुनौतियां और भविष्य की रूपरेखा खींची। मगर सीएम ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया।

तुम्हारे पिता को हम ही बनाए थे सीएम: नीतीश कुमार 

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 के पहले लोग शाम में घर से निकलने से डरते थे। सड़कें नहीं थीं। हिंदू-मुस्लिम झगड़े होते थे। जो काम किया मैंने किया, आप लोगों ने नहीं। पहले क्या स्थिति थी। पहले स्वास्थ्य व्यवस्था की कैसी हालत थी। पहले स्वास्थ केंद्र में एक दिन में एक या दो मरीज आते थे। अस्पताल में दवाई की व्यवस्था करवाई। अब देखिए अस्पतालों में औसतन 11 हजार लोग आए। पहले छह मेडिकल कॉलेज था। हम आए तो नए-नए मेडिकल कॉलेज बनवाएं।

इसपर तेजस्वी यादव ने कहा कि सवाल उठाया तो सीएम नीतीश कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि यह बच्चा है, इसे कुछ पता नहीं है। 2005 के पहले बिहार में कुछ नहीं था। तुम्हारे पिता को हमने ही बनाया है। वह जब आए थे, उस समय यह सब नहीं था। अरे, तुम्हारे जात वाले भी जो हमको जानते थे, वह कहते थे कि काहे के लिए यह सब कर रहे हैं। इसके बाद चार साल के बाद 1994 हम अलग हो गए। 2005 में हमारी सरकार बनी तो कितना विकास हुआ। महिलाओं, किसान और युवाओं के लिए कितना काम हुआ यह सब जानते हैं। 

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