इंदौर: मध्य प्रदेश के रतलाम के जावरा इलाके शुक्रवार को उस समय तनाव फैल गया जब यहां जगन्नाथ महादेव मंदिर में एक बछड़े का कटा हुआ सिर मिला। गोवंश का सिर मिलने की बात सामने आने के बाद कुछ ही मिनटों में सैकड़ों लोग मंदिर के पास जमा हो गए। इसके बाद कुछ लोगों द्वारा रोड बंद करा दिया गया। साथ ही इलाके की दुकानें भी बंद कराई जाने लगी।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार आखिरकार पुलिस को भीड़ तो तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। राजस्थान की सीमा से सटे और इंदौर से करीब 155 किलोमीटर दूर इस शहर में फिलहाल बड़े पैमाने पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है ताकि किसी और तरह की हिंसा नहीं फैले।
दो संदिग्ध पकड़े गए, प्रशासन ने चलाया बुल्डोजर
सामने आई जानकारी के अनुसार शाम तक दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया और जेल रोड पर उनके ‘अवैध रूप से निर्मित घरों’ को भी प्रशासन ने तुरंत ध्वस्त कर दिया। इस बीच शेहर काजी जावरा शफी अहमद भूरू खान ने मंदिर को अपवित्र करने की घटना की निंदा की है।
उनकी ओर से एक प्रेस बयान जारी कर शांति का आह्वान किया गया है। रतलाम के अतिरिक्त एसपी राकेश खाखा ने कहा, ‘मंदिर के पुजारी गौरवपुरी गोस्वामी सुबह 3 बजे के आसपास मंदिर पहुंचे थे। गेट खोलते ही उन्हें गोवंश का कटा सिर नजर आया। उन्होंने तुरंत पुलिस गश्ती दल को सूचित किया जिसके बाद इंस्पेक्टर और सीएसपी मौके पर पहुंचे। हम सभी सुबह 3:30 बजे तक वहां पहुंच गए थे।’
सीसीटीवी फुटेज से पकड़े गए संदिग्ध आरोपी
एएसपी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ये घटना सुबह करीब 2:41 बजे हुई थी। उन्होंने कहा, ‘मंदिर का सीसीटीवी काम नहीं कर रहा था। हमने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो दो युवक मोटरसाइकिल पर घूमते नजर आए। इसके बाद बाइक के पंजीकरण संख्या की जांच की गई और फिर जांच के आधार पर दो व्यक्तियों – मेवातीपुरा के रहने वाले 23 वर्षीय सलमान मेवाती और जेल रोड निवासी 19 साल के शाकिर कुरेशी को गिरफ्तार कर लिया गया।’
पुलिस के अनुसार दोनों संदिग्धों से पूछताछ की गई है। वहीं, मंदिर के अधिकारियों ने मंदिर की सफाई और इसका पवित्रीकरण किया। एएसपी खाखा के अनुसार, ‘पूछताछ के दौरान यह पाया गया कि किसी और ने इन दोनों को गोवंश का सिर मंदिर में फेंकने के लिए दिया था। आरोपियों का पता लने के लिए आगे की जांच अभी जारी है।’
खाखा ने कहा, ‘गाय को संभवत: किसी खेत में मारा गया लेकिन उसके बाकी हिस्से अभी तक नहीं मिले हैं। इसे खाए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।’
खबर फैलने के बाद विरोध प्रदर्शन
पुलिस के अनुसार बात फैलते ही शहर के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। कुछ प्रदर्शनकारी जहां दुकानदारों को दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करने लगे, वहीं कई लोगों ने चार लेन वाले हाईवे को भी अवरुद्ध कर दिया। इसके बाद डीआइजी मनोज सिंह और जिला कलेक्टर राजेश बाथम ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और उन्हें समझाने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक जब प्रदर्शन करने वाले नहीं माने तो ताल गेट पर हल्का बल प्रयोग किया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार जब अधिकारी प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे, उसी दौरान बाहरी इलाके में भुटेड़ा गांव में लगभग 26 मवेशियों को ले जा रहा एक ट्रक पलट गया। इससे 14 गायों की मौत हो गई। इसके बाद दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़े कुछ कार्यकर्ता घटनास्थल पर पहुंचे और ट्रक में आग लगा दी।
काजी ने मंदिर की घटना पर क्या कहा?
इस बीच शहर काजी जावरा शफी अहमद भूरू खान ने मंदिर को अपवित्र करने की निंदा की है और एक प्रेस बयान जारी कर शांति का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘हमारा समुदाय इस कृत्य की निंदा करता है और प्रशासन और पुलिस को अपराधियों के खिलाफ उनके धर्म की परवाह किए बगैर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। मैं लोगों से शहर में कानून-व्यवस्था और सद्भाव बनाए रखने और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक चीजें पोस्ट करने से बचने की अपील करता हूं।’
किन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला?
एएसपी खाखा ने बताया है कि आईपीसी की धारा 295 (पूजा स्थल को नष्ट करना, नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करना) और 153 ए (शत्रुता को बढ़ावा देना), और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 11 डी के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।