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कुवैत सिटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के कुवैत दौरे पर हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने पहले दिन शनिवार को अब्दुल्ला अल बरून और अब्दुल लतीफ अल नसीफ से मुलाकात की। इन दोनों को भारत के दो महाकाव्य महाभारत और रामायण का अरबी में अनुवाद करने और प्रकाशित करने का श्रेय जाता है। अब्दुल्ला अल बरून ने रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद किया है जबकि अल नसीफ प्रकाशक हैं।
अनुवाद में लगा दो साल से ज्यादा समय
समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार किताब के प्रकाशक अब्दुल लतीफ अल नसीफ ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं, यह मेरे लिए सम्मान की बात है। इससे मोदी जी बहुत खुश हैं। ये किताबें बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी) दोनों पुस्तकों पर हस्ताक्षर किये।'
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि इस अनुवाद में कितने साल लगे, तो उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें दो साल आठ महीने लगे।
#WATCH | Kuwait | Ramayana and Mahabharata published in Arabic language; Abdullateef Alnesef, the book publisher and Abdullah Baron, the translator of Ramayana and Mahabharata in the Arabic language, met PM Narendra Modi in Kuwait City
Abdullateef Alnesef, the book publisher… pic.twitter.com/jO3EqcflXJ
— ANI (@ANI) December 21, 2024
पीएम मोदी ने पहले भी अपने 'मन की बात' रेडियो संबोधन में अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने में सांस्कृतिक कूटनीति के महत्व को रेखांकित करते हुए इन दोनों के काम का जिक्र किया था। अब्दुल्ला अल बरून और अब्दुल लतीफ अल नसीफ अब तक दुनिया भर के 30 से ज्यादा किताबों और महाकाव्यों का अरबी में अनुवाद और प्रकाशन कर चुके हैं।
रामायण और महाभारत, दोनों महाकाव्यों का अनुवाद करने वाले अब्दुल्ला अल बरून ने इस पूरे काम में लगने वाले अथक प्रयास का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में दो साल से अधिक का समय लगा। रामायण और महाभारत के अरबी संस्करण अब्दुल लतीफ अल नेसीफ द्वारा प्रकाशित किए गए हैं। वे एक प्रमुख कुवैती प्रकाशक हैं।
कुवैत के दौरे पर पीएम मोदी
पीएम मोदी ऐतिहासिक दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को कुवैत पहुंचे जहां वह भारतीय प्रवासियों को संबोधित करने सहित कई महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे। यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा है। यह यात्रा कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर हो रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 101 वर्षीय मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की जो भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के पूर्व अधिकारी हैं। वे अब कुवैत में रहते हैं और लगभग चार दशक पहले रिटायर्ड हुए थे। वह कुवैत, यूनाइटेड किंगडम, इराक, चीन, अर्जेंटीना और कंबोडिया में सेवा दे चुके हैं। पीएम मोदी ने न केवल हांडा के साथ अभिवादन किया, बल्कि उनके परिवार के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।
इससे पहले शनिवार को अपने प्रस्थान वक्तव्य में, पीएम मोदी ने उल्लेख किया था कि उनकी यात्रा लोगों और क्षेत्र के लाभ के लिए भविष्य की साझेदारी के लिए रोडमैप तैयार करने का अवसर होगी। इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी शीर्ष कुवैती नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। वे एक भारतीय श्रमिक शिविर का भी दौरा करेंगे। इसके अलावा वे भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे और गल्फ कप फुटबॉल टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे।