राज्य सभा में पीएम नरेंद्र मोदी का 'रिमोट कंट्रोल' वाला तंज, हंगामा करते हुए विपक्ष ने किया वॉकआउट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्य सभा में चर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान वे विपक्ष पर जमकर बरसे। वहीं, विपक्षी नेता हंगामा और नारेबाजी करते रहे और फिर वॉकआउट कर गए।

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PM Narendra Modi's 'remote control' jibe in Rajya Sabha, opposition walked out creating ruckus

राज्य सभा में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने वॉकआउट किया (फोटो- IANS)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सभा में बुधवार को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछली सरकारें 'ऑटोपायलट' और 'रिमोट कंट्रोल' पर चलती थीं। पीएम मोदी के भाषण के बीच लोक सभा की तरह राज्य सभा में भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। यही नहीं, प्रधानमंत्री के भाषण के बीच विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट भी किया।

राज्यसभा में बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'ऐसे लोग हैं जो ऑटोपायलट और रिमोट पायलट पर सरकार चलाने के आदी हैं. वे काम करने में विश्वास नहीं रखते हैं।'

पीएम ने कहा, 'ये बस इंतजार करना जानते हैं। लेकिन, हम परिश्रम में कोई कमी नहीं रहने देंगे। पिछले 10 वर्षों में हमने जो किया है, आने वाले वर्षों में उसकी गति भी बढ़ाएंगे, उसका विस्तार भी बढ़ाएंगे। हमारे कामों में गहराई भी होगी और ऊंचाई भी होगी। हम इस संकल्प को पूरा करेंगे।'

विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनावों में एनडीए की जीत को 'ब्लैक आउट' करने के सक्रिय प्रयास किए गए। पीएम मोदी ने कहा कि एक सरकार ने 60 वर्षों के बाद लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखी है लेकिन विपक्ष की ओर से ऐसा जताया जा रहा है कि वे ही जीते हैं।

विपक्ष का हंगामा और वॉकआउट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपनी बात रख रहे थे तो उस दौरान विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया और फिर बाद में सदन से वॉकआउट किया। इस पर भी प्रधानमंत्री मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि देश देख रहा है, झूठ फैलाने वालों में सत्य सुनने की ताकत भी नहीं होती।

उन्होंने कहा कि सत्य से मुकाबला करने के लिए उनके हौसले नहीं हैं। उनके पास अपने ही उठाए हुए सवालों का जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है। ये संसद के उच्च सदन को अपमानित कर रहे हैं। यह उच्च सदन की महान परंपरा को अपमानित कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के लिए कहा कि देश की जनता ने हर तरह से उनको इतना पराजित कर दिया है कि अब उनके पास गली-मोहल्ले में चीखने के अलावा कुछ बचा नहीं। नारेबाजी, हो-हल्ला और मैदान छोड़कर भाग जाना, यही उनके नसीब में लिखा है।

वॉकआउट पर सभापति जगदीप धनखड़ ने जताई नाराजगी

सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के इस आचरण को अत्यंत दर्दनाक, पीड़ादायक और अमर्यादित कहा। उन्होंने कहा कि वे सदन छोड़कर नहीं गए हैं, वह मर्यादा छोड़ कर गए हैं। उन्होंने उस शपथ का अनादर किया है जो कि संविधान के तहत ली गई थी। भारत का संविधान हाथ में रखने की किताब नहीं है, बल्कि जीने की किताब है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सभापति से कहा, 'मैं आपकी वेदना समझ सकता हूं। देश के 140 करोड़ लोगों ने जो जनादेश दिया है, इसे ये पचा नहीं पा रहे हैं। कल उनकी सारी हरकतें फेल हो गई तो आज उनका वह लड़ाई लड़ने का भी हौसला नहीं रहा। इसलिए, वे मैदान छोड़कर भाग गए।'

प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में कहा कि ये लोग ऑटो पायलट मोड पर सरकार चलाने, रिमोट पायलट पर सरकार चलाने के आदी हैं, इसलिए वे कुछ करने में विश्वास नहीं रखते।

प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में कहा, 'चुनाव के दौरान मैं देशवासियों से कहता था जो 10 साल हमने काम किया है, हमारे सामने और संकल्प हैं, उसके हिसाब से तो यह ऐपेटाइजर था, मेन कोर्स तो अभी शुरू होगा।'

उन्होंने नागरिकों को सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने की बात कही। उन्होंने दृढ़ विश्वास दिलाया कि आने वाले पांच साल मूल सुविधाओं के, एक सामान्य नागरिक की जो रोजमर्रा की आवश्यकता होती है, एक गरिमा में जीवन जीवन जीने के लिए जिन सुविधाओं की, जिस प्रकार की गवर्नेंस की आवश्यकता होती है, उसके लिए समर्पित होंगे।

'आने वाले पांच साल गरीबी के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''आने वाले पांच वर्ष गरीबी के खिलाफ लड़ाई के निर्णायक वर्ष हैं। यह देश गरीबी के खिलाफ लड़ाई में विजयी होकर रहेगा। जब देश दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनेगा तो इसका लाभ, इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ने वाला है। विकास के अनेक अवसर उपलब्ध होने वाले हैं। जब हम दुनिया की तीसरे नंबर की इकोनॉमी बनेंगे तब भारत के हर स्तर पर सकारात्मक प्रभाव होगा।

पीएम मोदी ने कहा, 'हम आने वाले कालखंड में नए स्टार्टअप का वैश्विक उभार देख रहे हैं। आने वाले पांच साल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बहुत तेजी से बदलाव आने वाला है और इसका लाभ भारत के कोटि-कोटि जनों को जल्द से जल्द मिले, उस दिशा में हम गंभीरता से आगे बढ़ना चाहते हैं।'

(समाचार एजेंसी IANS इनपुट के साथ)

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