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नई दिल्ली: 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर संसद में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं पर करारा हमला बोला। उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, "नेता प्रतिपक्ष हमेशा पूछा कि हमारे कितने विमान पाकिस्तान ने मार गिराए, एक बार भी नहीं पूछा कि दुश्मन के हमने कितने विमान मार गिराए।"
राजनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष को सवाल जरूर पूछना चाहिए, लेकिन सवाल उद्देश्यपूर्ण और राष्ट्रीय हित में होना चाहिए। उन्होंने कहा, "विपक्ष का सवाल यह होना चाहिए कि क्या भारत ने आतंकी ठिकानों को तबाह किया? तो उसका उत्तर है-हां। ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा? तो इसका भी उत्तर है- हां।"
उन्होंने विपक्ष को सलाह देते हुए कहा, "जब हमारे लक्ष्य बड़े होते हैं, तो हमें छोटे मुद्दों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। छोटे मुद्दों पर फोकस करने से बड़े मुद्दों से ध्यान हट जाता है।"
'हमने विपक्ष में रहते हुए सार्थक सवाल सरकार से पूछे'
राजनाथ सिंह ने विपक्ष को आईना दिखाते हुए कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी तो संसद में और बाहर उसका व्यवहार सरकार से सार्थक सवाल पूछने का रहा है, यह रवैया विपक्ष का भी होना चाहिए था। उन्होंने कहा, "हमने भी एक लंबा समय विपक्ष में बिताया है, लेकिन तब हमने सरकारों से सार्थक सवाल पूछे।"
वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध का उदाहरण देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, "हमने तब पूछा कि हमारी धरती पर किसी और देश का कब्जा कैसे हो गया? हमारे सैनिकों की इतनी जानें कैसे गईं? हमने हथियारों या मशीनों की चिंता नहीं की, बल्कि सैनिकों की चिंता की।"
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र करते हुए कहा, "जब हमने पाकिस्तान को सबक सिखाया था, तब अटल जी ने सदन में सिर्फ सरकार की नहीं, बल्कि पूरे नेतृत्व की सराहना की थी, जिसमें विपक्ष भी शामिल था।"
'किसी भी परीक्षा में परिणाम मायने रखता है'
राजनाथ सिंह ने विपक्ष के तर्कों पर कटाक्ष करते हुए कहा, "किसी भी परीक्षा में परिणाम मायने रखता है। हमें इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि परीक्षा के दौरान छात्र की पेंसिल टूटी थी या नहीं।" उन्होंने दोहराया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' एक सफल और निर्णायक अभियान था और विपक्ष को उसमें नकारात्मकता नहीं ढूंढनी चाहिए।
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शेर अगर मेंढकों को मारे तो उसका बहुत अच्छा संदेश नहीं जाता। भारत के सैनिक शेर हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कहा, "हमारा इतिहास है कि हमने कभी भी किसी की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया। शेर अगर मेंढकों को मारे तो उसका बहुत अच्छा संदेश नहीं जाता। हमारी सेना शेर है। पाकिस्तान जैसा, जो अपने अस्तित्व के लिए दूसरों पर आश्रित हो, उससे मुकाबले का मतलब है अपना स्तर कम करना। हमारी नीति है, आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करना। हमारा पाकिस्तान विरोध उनकी आतंकवाद की नीति के कारण है।"
भगवान राम और कृष्ण का जिक्र
राजनाथ सिंह ने भगवान राम और कृष्ण का जिक्र करते हुए कहा, "हमारी प्रवृत्ति भगवान राम और भगवान कृष्ण से प्रेरित है, जो हमें शौर्य भी सिखाती है और धैर्य भी सिखाती है। हमने भगवान कृष्ण से सीखा शिशुपाल की 100 गलतियां माफ की जा सकती हैं, लेकिन अब हमने सुदर्शन चक्र उठा लिया है। इस सीख का हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी विदेश और रक्षा नीति में प्रयोग कर रहे हैं। आज भारत पहले दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, लेकिन अगर कोई देश धोखा दे, तो वह उसकी कलाई भी मरोड़ना जानता है।"
उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर हमारे सामर्थ्य का प्रतीक था, जिसमें हमने दिखाया कि अगर कोई हमारे नागरिकों को मारेगा तो भारत चुप नहीं बैठेगा। हमारा राजनैतिक तंत्र और नेतृत्व बिना किसी दबाव के काम करेगा। हमारी मिसाइलें भौतिक सीमाओं को पार करेंगी, वीर सैनिक दुश्मन की कमर तोड़ देंगे। हम आतंकवाद के हर रूप और स्वरूप को समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।"