शिलांगः इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में गिरफ्तार सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज सिंह कुशवाह को शनिवार को शिलांग कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस की ओर से रिमांड की मांग नहीं की गई, जिसके बाद कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया।
राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। इसके कुछ दिन बाद 20 मई को वे हनीमून मनाने गुवाहाटी होते हुए मेघालय पहुंचे। 23 मई को दोनों नोंग्रियाट गांव स्थित एक होमस्टे से चेकआउट करने के बाद लापता हो गए थे। करीब दस दिन बाद, 2 जून को राजा रघुवंशी का क्षत-विक्षत शव पूर्वी खासी हिल्स जिले के वेई सावडोंग पार्किंग स्थल के पास एक खाई से बरामद हुआ।
पुलिस जांच में जब मामला आगे बढ़ा तो शक की दिशा सोनम की ओर मुड़ी। इस बीच सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। जांच में खुलासा हुआ कि सोनम ही हत्या की मास्टरमाइंड थी और उसने अपने प्रेमी राज सिंह के साथ मिलकर साजिश रची थी।
इस मामले में सोनम और राज के साथ-साथ तीन अन्य युवकों – आनंद सिंह कुर्मी, आकाश राजपूत और विशाल सिंह चौहान – को भी गिरफ्तार किया गया। 11 जून को सभी पांचों आरोपियों को शिलांग के जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां उन्हें आठ दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया था।
19 जून को जब रिमांड समाप्त हुई, तब कोर्ट ने सोनम और राज की रिमांड दो दिन के लिए बढ़ा दी, जबकि अन्य तीन आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अब 21 जून को दोबारा पेशी पर सोनम और राज को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह हत्या न केवल एक नवविवाहित दंपत्ति के रिश्ते में विश्वासघात की मिसाल बन गई, बल्कि इससे मेघालय की शांत वादियों में अपराध की गूंज भी सुनाई दी है। पुलिस की तफ्तीश अब भी जारी है और जल्द ही पूरे घटनाक्रम की विस्तृत चार्जशीट दाखिल की जा सकती है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस इनपुट के साथ