बेंगलुरुः यहां भारी बारिश के चलते कई अपार्टमेंट परिसरों में पानी भर गया है, जिससे वहां रह रहे परिवारों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। इसे देखते हुए कर्नाटक सरकार ने करीब 600 परिवारों को आठ दिनों के लिए दूसरी जगह शिफ्ट होने के निर्देश दिए हैं।

बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बारिश के कारण बेंगलुरु के चौदेश्वरी नगर में 150 मिमी और कुछ अन्य क्षेत्रों में सामान्य से 300 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, "कुछ अपार्टमेंट परिसरों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं, और केंद्रीय विद्यालय तथा टाटानगर से लगभग 600 परिवारों को विस्थापित किया जा रहा है।"

येलहंका क्षेत्र के केन्द्रीय विहार अपार्टमेंट के निवासियों ने बताया कि उनके अपार्टमेंट में पानी भर गया है और उन्हें खाली करने के लिए कहा गया है। एक निवासी अमृत किरण ने कहा, "एक और दीवार गिर गई है और पानी इस बार ज्यादा है। हमें खाली करने के लिए कहा गया है और एनडीआरएफ की नावें यहां हैं। अगले 24-48 घंटों तक न तो पीने का पानी होगा और न ही बिजली।"

पांच टीमें राहत कार्यों में लगीं

उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने राहत कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की पांच टीमें राहत कार्यों में लगी हुई हैं। उन्होंने कहा, "हम नालों की सफाई के लिए मशीनों का उपयोग कर रहे हैं और 20 स्थानों से पानी निकाला जा रहा है। हमारी टीम दिन-रात काम कर रही है।"

इसके अलावा, बेंगलुरु के डिप्टी कमिश्नर जगदीश जी ने बारिश के कारण प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और सोमवार स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश दिया।

पिछले दो दिनों से बेंगलुरु में हो रही भारी बारिश के कारण केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर, 20 उड़ानें देर से आईं और दिल्ली, हैदराबाद, चंडीगढ़ से तीन इंडिगो उड़ानों को डायवर्ट किया गया। इसके अलावा, 21 अक्टूबर की रात एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान बैंकॉक से चेन्नई के लिए भी डायवर्ट की गई।

17 वर्षों में पहली बार भरी डोड्डबोम्मसंद्रा झील

राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा ने बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा, "विद्यारण्यपुरा के आसपास बादल फटने के कारण डोड्डबोम्मसंद्रा झील 17 वर्षों में पहली बार भर गई है। झील के पानी की अधिकता से निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। मैं क्षेत्र में बीबीएमपी राहत कार्यों को तेज करने की कोशिश कर रहा हूं।"

मंगलवार 22 अक्टूबर को शहर में मध्यम से भारी बारिश हुई। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के अनुसार, येलहंका जोन में 1,030 आवास जलमग्न हो गए हैं, जिनमें बसवा समिति में 150, भद्रप्पा लेआउट में 135 और टाटा नगर में 125 घर शामिल हैं।

दक्षिण आंतरिक कर्नाटका, जिसमें बेंगलुरु भी शामिल है, अब भी येलो अलर्ट पर है। मौसम विभाग ने क्षेत्र में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी ने अगले 48 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बारिश और 20 - 29 डिग्री सेल्सियस का तापमान की संभावना जताई है।