नई दिल्लीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह सत्र जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले, भारत द्वारा पाकिस्तान में की गई सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' और हाल में घोषित युद्धविराम जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए बेहद जरूरी है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री को संबोधित पत्र में लिखा, “मैं विपक्ष के सर्वसम्मत अनुरोध को दोहराता हूं कि संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए। यह देश के नागरिकों और उनके निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और युद्धविराम जैसे मुद्दों पर चर्चा का अवसर होगा। यह सत्र आने वाली चुनौतियों के प्रति हमारे सामूहिक संकल्प को भी दर्शाएगा। मुझे उम्मीद है कि आप इस अनुरोध पर गंभीरता से और शीघ्रता से विचार करेंगे।”

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री को लिखा कि 28 अप्रैल को उन्होंने एक पत्र के माध्यम से संसद का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया था, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की मांग की गई थी। उन्होंने लिखा, “नवीनतम घटनाक्रमों को देखते हुए, लोकसभा में विपक्ष के नेता ने आपको फिर से पत्र लिखकर विपक्षी दलों की ओर से विशेष सत्र की मांग की है। मैं इस अनुरोध का समर्थन करता हूं और आशा करता हूं कि आप भी इससे सहमत होंगे।”

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Photograph: (IANS)

 

राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने मीडिया से बात करते हुए सरकार से संसद का विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस समय कोई आलोचना नहीं करेगा, लेकिन जब तक प्रधानमंत्री खुद बैठक में उपस्थित होने का आश्वासन नहीं देते, तब तक विपक्षी दलों को उसमें शामिल नहीं होना चाहिए।

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कई शीर्ष आतंकी मारे गए।

तीन दिन तक चले सैन्य टकराव के बाद शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच जमीन, हवा और समुद्र पर सभी सैन्य कार्रवाइयों को तुरंत रोकने का एक अस्थायी समझौता हुआ। इस युद्धविराम की घोषणा सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी। हालांकि, पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों बाद युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू, श्रीनगर, पंजाब और राजस्थान के कई हिस्सों में ड्रोन भेजे, जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते मार गिराया।