नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और उनके सहयोगी दल उद्धव ठाकरे महाकुंभ में नहीं जाने को लेकर भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। इस बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाकुंभ नहीं जाने पर दोनों नेताओं पर निशाना साधा है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि ये लोग खुद को हिंदूवादी कहते हैं लेकिन कुंभ नहाने नहीं गए। इनकी कथनी और करनी में फर्क है। 65 करोड़ से ज्यादा लोगों ने महाकुंभ में डुबकी लगाई है लेकिन ये लोग नहीं गए। इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी राहुल और उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे भटके हुए लोग हैं। ठाकरे अब सावरकर के विरोधियों के साथ चल रहे हैं।
बीजेपी नेताओं के निशाने पर राहुल गांधी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का संगम में डुबकी नहीं लगाने पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि आस्था का पर्व समाप्त हो चुका है। तीर्थों के इस तीर्थ का समापन हुआ है। जो लोग यहां आएं, उनका सम्मान है। लेकिन ये आस्था का मामला है। उन्होंने कहा कि मैंने खुद कुंभ पहुंचकर स्नान किया था और आशीर्वाद लिया था। मैंने कांग्रेस परिवार की ओर से गांधी परिवार से ओर से वहां गया था। मैंने कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर डुबकी लगाई थी। देश की मंगलकामना की प्रार्थना की थी। यह महापर्व था और इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। ये आस्था का सवाल है। हम सभी आस्था के भाव से इससे जुड़े हुए हैं।
महाकुंभ न जाने पर रामदास अठावले ने साधा निशाना
वहीं, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी को कुंभ में स्नान करने जाना चाहिए था। उन्होंने वहां न जाकर हिंदुओं का अपमान किया है। आठवले ने कहा कि महाकुंभ में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। यह अवसर 144 साल बाद आया था। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय हो सकता है, लेकिन राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे को स्नान करने जाना चाहिए था। इन नेताओं को हिंदू वोटरों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए था, खासकर जब वे खुद हिंदू हैं। उनका मानना है कि उद्धव ठाकरे, जो हमेशा हिंदुत्व की बात करते रहे हैं, का इस अवसर पर नहीं जाना गलत है और यह हिंदुओं का अपमान है।
मुस्लिम वोटरों को लुभाने के लिए नहीं गए महाकुंभ: आठवले
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिंदू वोटरों को इन नेताओं का बहिष्कार करना चाहिए और चुनावों में इन्हें सबक सिखाना चाहिए। मुस्लिम वोटरों को लुभाने के कारण वे महाकुंभ में नहीं गए, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम वोट बीजेपी को भी मिलते हैं, इसलिए उन्हें यह कदम उठाने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी का नेतृत्व देश को आगे बढ़ा रहा है और ये दोनों नेता मोदी के खिलाफ जो नाराजगी दिखा रहे हैं, उसका उन्हें कोई फायदा नहीं होगा।