नई दिल्लीः लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के 22 बच्चों को 'गोद' लेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इन बच्चों के माता-पिता पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी में मारे गए थे। 

जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख तारिक हमीद कर्रा के मुताबिक, राहुल गांधी पुंछ के 22 बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाएंगे, जिनके माता-पिता की गोलीबारी में जान चली गई थी। 

बुधवार को जारी होगी पहली किश्त

कर्रा ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए बुधवार को पहली किश्त जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि "यह सहायता तब तक जारी रहेगी जब तक बच्चे ग्रेजुएट नहीं हो जाते।"

राहुल गांधी ने मई में पुंछ जिले के दौरे के दौरान स्थानीय नेताओं से प्रभावित बच्चों की सूची तैयार करने को कहा था। इसके बाद एक सर्वेक्षण तैयार किया गया और प्रभावित बच्चों की सूची तैयार की गई। सरकारी जांच रिकॉर्ड के बाद बच्चों के नाम तय किए गए।

राहुल गांधी ने किया था पुंछ का दौरा

राहुल गांधी ने क्राइस्ट पब्लिक स्कूल का भी दौरा किया था। यहां पर 12 वर्षीय जुड़वा बच्चों उर्बा फातिमा और जैन अली भी हताहत थे। इस दौरान उन्होंने बच्चों से कहा था "मुझे तुम पर बहुत बहुत गर्व है। तुम्हें अपने नन्हें दोस्तों की याद आती है। मुझे इस बात का दुख है। अभी तुम्हें थोड़ा खतरा महसूस हो रहा है, थोड़ा लग रहा है लेकिन चिंता मत करो, सब कुछ सामान्य हो जाएगा... इस स्थिति से निपटने का तरीका यह होना चाहिए कि तुम खूब पढ़ाई करो, खूब खेलो और स्कूल में ढेर सारे दोस्त बनाओ।"

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित पुंछ क्षेत्र प्रभावित हुआ था। एक धार्मिक स्कूल जिया उल अलूम पर भी गोलीबारी हुई थी जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। इन पीड़ितों में विहान भार्गव भी शामिल था। विहान की गोली के छर्रे लगने से मौत हो गई थी। परिवार शहर छोड़ने की कोशिश कर रहा था, उसी दौरान उसे छर्रे लगे थे।