नई दिल्लीः तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के एक बयान पर हंगामा मचा हुआ है। रेवंत रेड्डी ने हाल ही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो वह पीओके को वापस ले आते। रेवंत रेड्डी के इस बयान पर जहां कांग्रेस नेताओं का समर्थन मिला तो वहीं भाजपा ने इसे बाल बुद्धि करार दिया।
कांग्रेस नेता उदित राज ने रेवंत रेड्डी के बयान का समर्थन करते हुए कहा, "मैं रेड्डी के बयान से पूर्ण रूप से सहमत हूं। इसमें कोई शक नहीं है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो पीओके भारत का हिस्सा बन चुका होता। रेड्डी ने कार्यक्रम के दौरान जो कुछ भी कहा है, बिल्कुल सही कहा है।"
वहीं सलमान खुर्शीद के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में खुशहाली की बात कही थी, उदित राज ने कहा कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उन्होंने जो भी कहा है वह सही ही होगा।"
उदित राज ने मौजूदा सरकार की पीओके पर नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका के दबाव के चलते सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है। उन्होंने कहा, अमेरिका लगातार कह रहा है कि उसके दबाव के चलते ही भारत-पाक सीजफायर हुआ। पीएम मोदी इस बारे में क्यों कुछ नहीं बोलते हैं।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की सम्मान और प्रतिष्ठा गिरी है। लेकिन, पीएम मोदी चुनाव में लगे हैं। उन्हें ट्रंप को ललकारने की जरूरत है कि वह सीजफायर को लेकर मध्यस्थता की जो बात कह रहे हैं, वह सरासर झूठ है।
इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर पाकिस्तान को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार देश को दिखा रही है कि वह पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन ले रही है, लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान के लिए मुखबरी कर रहे हैं। जब हमारी सेना पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर रही होती है, तो यह पहले खबर देते हैं कि हम हमला कर रहे हैं। पहले वर्तमान सरकार मुखबरी का जवाब दें।
राहुल के नेतृत्व में पीओके बनेगा भारत का हिस्साः प्रमोद तिवारी
वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी रेवंत रेड्डी के बयान का समर्थन करते हुए कहा, "मैं यह बहुत स्पष्ट रूप से, दृढ़ता और पूर्ण विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि राहुल गांधी ने पिछले कुछ वर्षों में खासकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक की अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद, खुद को एक साहसी और दृढ़ नेता के रूप में स्थापित किया है। उनके पास ताकत, शक्ति और इच्छाशक्ति है। जिस दिन वे इस देश का नेतृत्व करेंगे, उस दिन पीओके आजाद हो जाएगा और भारत का हिस्सा बन जाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसा होगा।"
प्रमोद तिवारी ने गृह मंत्री अमित शाह के पुंछ दौरे को लेकर भी सवाल खड़े किए और कहा, "राहुल गांधी ने उन्हें वहां जाने के लिए मजबूर किया, क्योंकि राहुल पहले वहां जा चुके हैं। क्या गृह मंत्री गोलाबारी में क्षतिग्रस्त घरों के अंदर जाने, बंकरों का दौरा करने और प्रभावित परिवारों से मिलने का साहस दिखाएंगे? या फिर वह लोगों को चारदीवारी, भारी सुरक्षा वाले इलाके में बुलाकर औपचारिकता पूरी करेंगे। राहुल गांधी और भाजपा में यही अंतर है।"
भाजपा ने रेवंत रेड्डी के बयान को बताया 'बाल बुद्धि'
रेवंत रेड्डी के बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता राम कदम ने रेड्डी के पीओके वाले बयान को बाल बुद्धि करार दिया। राम कदम ने कहा कि साल 2008 में जब मुंबई पर हमला हुआ था, उस वक्त राहुल गांधी कहां थे। देश में इनकी सरकार थी। रेवंत रेड्डी को याद करना चाहिए। 'बाल बुद्धि' की तरह बस बयान नहीं देना चाहिए।
रेड्डी ने जनसभा में यह भी कहा था कि पाकिस्तान ने भारत के राफेल लड़ाकू विमान गिरा दिए और इस पर सरकार ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। राम कदम ने इसपर भी कहा कि यह एक ऐसा सवाल है, जो हमारे सुरक्षा बलों को संदेह के घेरे में लाता है। ऑपरेशन के बारे में सारी जानकारी हमारे सैन्य अधिकारियों ने दी है।
भाजपा नेता ने कहा कि इतने दिनों बाद सवाल उठाना क्या उचित है। किसी को भी पाकिस्तान से रिश्वत लेकर उनका प्रवक्ता बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता किस प्रकार से गांधी परिवार की चाटुकारिता करते हैं, रेड्डी का यह बयान एक उदाहरण है।
कांग्रेस नेता उदित राज के बयान पर राम कदम ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद इन सभी का दुख झलक रहा है। कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि 'ऑपरेशन सिंदूर' सफल हो। लेकिन, यह मोदी की सरकार है जो पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मारती है। सवाल पूछने वाले तब कहां थे, जब मुंबई आतंकी हमले में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद क्या कार्रवाई की गई, उसे पूरे देश ने देखा। पहलगाम आतंकी हमले के बाद 'ऑपरेशन सिंदूर' पीएम मोदी के नेतृत्व में हुआ है, तो पीएम मोदी की तारीफ शशि थरूर कर रहे हैं तो कांग्रेस को दर्द हो रहा है।
राहुल को उनके दल के नेता ही स्वीकार नहीं करतेः राम कदम
राहुल गांधी को पीएम बनाने पर भाजपा नेता ने कहा कि दिन के उजाले में, रात के अंधेरे में, दोनों समय कांग्रेस के नेताओं को सपने देखने का पूरा अधिकार है। पीएम बनने की राहुल गांधी की कोशिश शुरू से रही है। लेकिन, समस्या यह है कि उन्हें अपने दल के नेता ही स्वीकार नहीं करते हैं। उनके नेतृत्व में जितने भी चुनाव हुए, उनमें हार का सामना करना पड़ा। पीएम मोदी के सामने कोई टिक सके, ऐसा नेता देश में कोई नहीं।
वहीं, भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस को राष्ट्रीय सुरक्षा की समझ नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "अगर पाकिस्तान ने राफेल गिराया होता, तो मलबा, सैटेलाइट तस्वीरें या अंतरराष्ट्रीय पुष्टि होती। कांग्रेस सेना की गरिमा पर सवाल उठाकर अफवाहें फैला रही है। उनकी भाषा अब पाकिस्तान की प्रचार टीम जैसी हो गई है।"
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, "जो पाकिस्तान के बब्बर हैं, वो हिंदुस्तान के गब्बर बन गए हैं। कांग्रेस की 'जय हिंद यात्रा' अब 'पाकिस्तान हिंद यात्रा' बन रही है।"
उन्होंने राहुल गांधी, रेवंत रेड्डी और जयराम रमेश से पूछा कि वे ये क्यों नहीं पूछते कि भारत ने कितने पाकिस्तानी एयरबेस तबाह किए। पात्रा ने कांग्रेस पर सेना की उपलब्धियों को नजरअंदाज करने और आतंकियों को पीएमओ बुलाने वाले पुराने रिकॉर्ड को दोहराने का आरोप भी लगाया।
रेवंत रेड्डी का बयान
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से करते हुए कहा कि युद्ध केवल भाषणों से नहीं, साहस, संकल्प और रणनीति से जीता जाता है। उन्होंने 1971 के युद्ध और बांग्लादेश निर्माण को निर्णायक नेतृत्व का उदाहरण बताया और कहा कि अमेरिका के दबाव के बावजूद इंदिरा गांधी पीछे नहीं हटीं, जबकि आज चीन हमारी जमीन और जवानों पर हमला कर चुका है, लेकिन प्रधानमंत्री चुप हैं।
रेड्डी ने कहा कि “अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते, तो पीओके को वापस ले आते। मोदी अब प्रतिबंधित 1,000 रुपये के नोट जैसे हो गए हैं। हमें राहुल जैसे नेता की जरूरत है।” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर सरकार को समर्थन दिया है, लेकिन भाजपा केवल प्रतीकात्मक तिरंगा रैलियों तक सीमित है। रेड्डी ने पूछा कि क्या ये रैलियां वास्तव में शहीदों और हमले के पीड़ितों को समर्पित हैं या सिर्फ दिखावे के लिए हो रही हैं।
आईएएनएस इनपुट के साथ