नई दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी अलास्का में हुई शिखर बैठक की जानकारी दी।इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के लगातार रुख को दोहराया और इस दिशा में किए जा रहे सभी प्रयासों का समर्थन करने की बात कही।

पुतिन से हुई बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "मेरे मित्र, राष्ट्रपति पुतिन का उनके फोन कॉल के लिए और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अलास्का में हुई उनकी हालिया बैठक के बारे में जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद।" उन्होंने आगे कहा कि भारत ने लगातार यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की अपील की है और इस दिशा में किए जा रहे सभी प्रयासों का समर्थन करता है।

अलास्का में हुई बैठक का विवरण

ट्रंप और पुतिन ने शुक्रवार को अलास्का में लगभग तीन घंटे तक बातचीत की थी, लेकिन यह बहुप्रतीक्षित शिखर सम्मेलन बिना किसी युद्धविराम समझौते के समाप्त हो गया। यह फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से पहली अमेरिका-रूस शिखर बैठक थी। बैठक के बाद दोनों नेताओं ने कोई बड़ा ऐलान नहीं किया, हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्होंने संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में 'महत्वपूर्ण प्रगति' की है। ट्रंप ने कहा था, "यह अभी तक कोई अंतिम समझौता नहीं है, और यूक्रेन को भी सहमत होना होगा। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को सहमत होना होगा।"

भारत ने पहले ही किया था बैठक का स्वागत

इससे पहले शनिवार को, विदेश मंत्रालय ने अलास्का में हुए इस शिखर सम्मेलन का स्वागत किया था और शांति की पहल के लिए पुतिन और ट्रंप की सराहना की थी। मंत्रालय ने कहा था, "भारत अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में हुई शिखर बैठक का स्वागत करता है। शांति की खोज में उनका नेतृत्व बेहद सराहनीय है।" मंत्रालय ने यह भी कहा था कि आगे का रास्ता केवल बातचीत और कूटनीति के माध्यम से ही संभव है और दुनिया यूक्रेन संघर्ष का जल्द से जल्द अंत देखना चाहती है।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच 'विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी' को और मजबूत करने के उद्देश्य से द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर भी चर्चा की।दोनों नेता निकट संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए। यह 10 दिनों में पुतिन का प्रधानमंत्री मोदी को दूसरा फोन कॉल था, जिसमें दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी साझा की