अमृतसरः पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले गांवों में जहरीली शराब पीने (Amritsar hooch tragedy) से 14 लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, 10 लोगों की हालत गंभीर है। पीड़ित लोगों में अधिकतर बंगाली कलां, थारीवाल, संघा और मरारी कलां जैसे गांव के लोग शामिल हैं।

कई लोगों की हालत ज्यादा गंभीर है और उन्हें अमृतसर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और बढ़ भी सकती है। मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।

जिलाधिकारी पहुंची अस्पताल

घटना को देखते हुए जिलाधिकारी साक्षी साहनी अस्पताल पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मृतकों की संख्या की पुष्टि की। हालांकि, अधिकारियों का दावा है कि मृतकों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। 

इस बाबत मजीठा के एसएचओ आब्ताब सिंह ने कहा कि हमने पाया है कि यह शराब रविवार शाम को एक ही जगह से खरीदी गई थी। उन्होंने कहा कि कुछ की मौत सोमवार को हो गई थी और स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किए बिना अंतिम संस्कार कर दिया था। कुछ लोगों ने तथ्य छिपाए और कहा कि पीड़ितों की मौत हार्ट अटैक से हो गई। उन्होंने कहा कि हमें सोमवार को बहुत देर में मौतों के बारे में जानकारी मिली। 

पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने क्या कहा?

वहीं, पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुख्य सप्लायर्स के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही दो लोगों प्रभजीत सिंह और साहिब सिंह को राजसानी नामक स्थान से गिरफ्तार किया गया है। 

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, अन्य चार लोग जिन्होंने सप्लायर्स से शराब खरीदी थी और गांव वालों को बांटी थी उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है। 

प्रवक्ता ने बताया कि जांच करने वाली टीमें अवैध शराब की आपूर्ति करने वाली कंपनियों को पकड़ने के लिए अन्य राज्यों में जांच शुरू कर दी है।  

पंजाब में पांच साल पहले भी राज्य में ऐसी ही एक और घटना घटी थी। यह घटना तरण तारण, अमृतसर और गुरदासपुर जिलों में हुई थी। इस दौरान करीब 130 लोगों की जान गई थी और करीब दर्जन भर लोगों ने जहरीली शराब पीने से कथित तौर पर आंखों की रोशनी गंवा दी थी। इस दौरान तरन तारन जिले में ही 80 लोगों की मौत हो गई थी।