यौन शोषण मामले में प्रज्ज्वल रेवन्ना के भाई सूरज भी गिरफ्तार, कर्नाटक सरकार ने सीआईडी को सौंपा केस

एफआईआर में यह कहा गया है कि जब सूरज रेवन्ना ने कार्यकर्ता को नौकरी दिलाने में उस समय मदद करने से इंकार कर दिया था तब उससे पैसे की मांग की गई थी।

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Prajwal Revanna brother JDS MLC Suraj Revanna also arrested another sexual exploitation case Karnataka govt handed over case to CID

सूरज रेवन्ना (फोटो- IANS)

बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस ने जनता दल (एस) के विधान परिषद सदस्य और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते सूरज रेवन्ना को जबरन अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के मामले में गिरफ्तार किया है।

सूरज रेवन्ना, सेक्स वीडियो मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी और पूर्व जद(एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना के भाई हैं। सूरज की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक सरकार ने उनके केस को सीआईडी ​​को ट्रांसफर कर दिया है।

ऐसे सूरज को पुलिस ने किया गिरफ्तार

सूरज रेवन्ना को हासन जिले के होलेनरसीपुरा ग्रामीण पुलिस ने रविवार सुबह गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद शनिवार रात वह पुलिस के सामने पेश हुए थे।

पुलिस ने बताया कि शनिवार रात सूरज रेवन्ना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। जद(एस) के एक पुरुष कार्यकर्ता ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस संबंध में पूछताछ के लिए उन्हें थाने बुलाया गया था।

मामले में जांच जारी रखने का भी दिया गया आदेश

एमएलसी डॉ. सूरज रेवन्ना के केस को कर्नाटक सरकार ने सीआईडी ​​को सौंपा है। एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था आर हितेंद्र ने हसन जिले के पुलिस अधीक्षक को मामले को तुरंत सीआईडी ​ को सौंपने का निर्देश दिया है। यही नहीं उन्होंने डीजीपी सीआईडी ​​विशेष इकाई और आर्थिक अपराध बेंगलुरु को जांच जारी रखने का भी निर्देश दिया है।

इन धाराओं में शिकायत हुई है दर्ज

पुलिस ने सूरज रेवन्ना के खिलाफ आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की थी। पीड़ित ने डीजीपी और हासन पुलिस अधीक्षक दोनों के कार्यालय में अपनी शिकायत भेजी थी।

पुलिस ने पीड़ित की कराई है मेडिकल जांच

शिकायत की प्रति मिलने के बाद पुलिस ने मामले को क्षेत्राधिकार वाले होलेनरसीपुरा ग्रामीण थाने को स्थानांतरित कर दिया था। पुलिस ने शिकायतकर्ता से संपर्क कर उसका बयान दर्ज किया था। पुलिस ने पीड़ित की मेडिकल जांच भी कराई है।

आरोपों पर सूरज रेवन्ना ने क्या कहा है

इससे पहले, सूरज रेवन्ना ने उन पर लगे आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया था। उन्होंने कहा, "मेरे खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। मैं इन आरोपों को सिरे से खारिज करता हूं। कानूनी तौर पर मामले से निपटा जाएगा और एफआईआर भी दर्ज की गई है।"

प्रेम संदेश भेजने का सूरज पर लगा है आरोप

पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसके द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उसकी सूरज रेवन्ना से मुलाकात हुई थी। उसके काम से प्रभावित होकर सूरज रेवन्ना ने कथित तौर पर अपना मोबाइल नंबर साझा किया। बाद में वह प्रेम संदेश भेजने लगे।

फार्म हाउस पर किया था यौन शोषण- पीड़ित

शिकायत के अनुसार, उस व्यक्ति को सूरज रेवन्ना के फार्म हाउस पर बुलाया गया, जहां उसका कथित तौर पर यौन शोषण किया गया। सेक्स वीडियो कांड के सिलसिले में सूरज रेवन्ना के बड़े भाई प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार किया गया है।

सूरज के माता पिता पर भी चल रहे हैं मामलें

सूरज के पिता और जद(एस) विधायक एच.डी. रेवन्ना सेक्स वीडियो कांड से जुड़े अपहरण के मामले में सशर्त जमानत पर हैं। उनकी मां भवानी रेवन्ना अपहरण के एक मामले में जांच का सामना कर रही हैं और हाल ही में उन्हें एक अदालत ने सशर्त जमानत दी थी।

सूरज के साथ जबरन वसूली करने वालों पर भी मामला दर्ज

कर्नाटक पुलिस ने सूरज रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों के बाद विधान पार्षद से जबरन वसूली के आरोप में भी दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसमें एक कथित यौन शोषण का पीड़ित और दूसरा उसका रिश्तेदार है। सूरज रेवन्ना के सहयोगी शिवकुमार ने होलेनरसीपुरा थाने में यह मामला दर्ज कराया है।

पहले 5 और फिर बाद में 2 करोड़ मांगे गए थे-शिवकुमार 

शिवकुमार ने शिकायत में कहा है कि पैसे ऐंठने के लिए सूरज रेवन्ना के खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। शिकायत में दावा किया गया है कि आरोपियों ने सूरज रेवन्ना को पांच करोड़ रुपए न देने पर यौन शोषण का मामला दर्ज कराने की धमकी दी थी।

एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों द्वारा पहले पांच करोड़ रुपए की मांग की गई थी और फिर बाद में मांग को घटाकर दो करोड़ रुपए कर दिया गया था।

सूरज से नौकरी के लिए कहा था कार्यकर्ता

सूरज रेवन्ना के सहयोगी शिवकुमार ने एफआईआर में कहा है कि करीब छह महीने पहले जेडीएस कार्यकर्ता सूरज से मिला था और उसने बताया था कि वह नौकरी की तलाश कर रहा है।

सूरज द्वारा नौकरी नहीं दिलाने पर दी गई थी धमकी

शिवकुमार ने यह भी कहा है कि सूरज से जून के महीने में भी कार्यकर्ता मुलाकात हुई थी। उसके अनुसार, पैसे मांगने की यह धमकी तब दी गई जब सूरज ने कार्यकर्ता से कहा था कि वे इस समय उन्हें नौकरी दिलाने में उनकी मदद नहीं कर सकते हैं। सूरज ने भविष्य में इस पर विचार करने की बात कही थी, ऐसा एफआईआर में कहा गया है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ

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