नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ऋण धोखाधड़ी मामले में वांछित भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई के सूत्रों ने सोमवार सुबह इसकी पुष्टि की। 65 वर्षीय चोकसी को कथित तौर पर शनिवार को पकड़ा गया था और वह फिलहाल जेल में है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार भारत की ओर से प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद उसे बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि चोकसी 'रेसिडेंसी कार्ड' प्राप्त करने के बाद अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ बेल्जियम के एक शहर एंटवर्प (Antwerp) में रह रहा था।

इकनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने चोकसी को हिरासत में लेते हुए मुंबई की एक अदालत द्वारा उसके खिलाफ जारी किए गए दो ओपन-एंडेड गिरफ्तारी वारंट का हवाला दिया। ये 23 मई, 2018 और 15 जून, 2021 की तारीख के थे। सामने आई है जानकारी के अनुसार माना जा रहा है कि चोकसी खराब स्वास्थ्य और अन्य कारणों का हवाला देते हुए जमानत और तत्काल रिहाई की मांग करेगा।

इस साल फरवरी में चोकसी का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील ने मुंबई की एक विशेष अदालत को बताया कि उसे कैंसर होने का संदेह है और वर्तमान में उसका बेल्जियम में इलाज चल रहा है। विशेष अदालत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें चोकसी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी (एफईओ) घोषित करने की मांग की गई थी।

स्विट्जरलैंड जाने की थी योजना!

इससे पहले पिछले महीने ऐसी खबरें आई थी कि मेहुल चोकसी अब स्विट्जरलैंड जाने की योजना बना रहा है। बेल्जियम में उसकी रहने की जानकारी सामने आने से पहले यही माना जा रहा था कि वह एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहा है। बाद में मीडिया रिपोर्ट में उसके बेल्जियम में होने और 'रेजीडेंसी कार्ड' प्राप्त करने की बात सामने आई थी।

रिपोर्ट के अनुसार, मेहुल चोकसी ने बेल्जियम में एफ रेजीडेंसी कार्ड प्राप्त करने के लिए फर्जी दस्तावेजों और गलत जानकारी का भी इस्तेमाल किया, ताकि वह भारत प्रत्यर्पित होने से बच सके। वह अपनी भारतीय और एंटीगुआ नागरिकता को छिपाते हुए बेल्जियम सरकार से यह कार्ड प्राप्त करने में सफल रहा था। 

रेजीडेंसी कार्ड मिलने के बाद उसे बेल्जियम में रहने और यूरोप में घूमने की छूट मिल गई थी। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि चोकसी स्विट्जरलैंड के एक फेमस कैंसर अस्पताल में इलाज के लिए जाने की योजना बना रहा है। 

मेहुल चोकसी पर क्या है आरोप?

चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पीएनबी से 13,850 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में वांछित है। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशायल उन्हें भारत लाने की कोशिशों में कई सालों से जुटे हैं। नीरव मोदी के लंदन में होने की बात कुछ साल पहले सामने आई थी। इस समय वह लंदन में जेल में बंद है भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहा है। उसे भारत की ओर से भागोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है। दोनों आरोपी भारत के दूसरे सबसे बड़े बैंक पीएनबी में घोटाला सामने आने से कुछ सप्ताह पहले जनवरी 2018 में भारत से भाग गए थे।

आरोप हैं कि चोकसी, उसकी कंपनी गीतांजलि जेम्स और अन्य ने कथित तौर पर कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को धोखा दिया। इसमें धोखाधड़ी से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) जारी किए गए और निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना फॉरन लेटर ऑफ क्रेडिट (FLC) को बढ़ाया गया और लोन लिए गए। एजेंसी ने अब तक चोकसी के खिलाफ तीन आरोपपत्र दाखिल किए हैं।