दिल्ली: लोकसभा चुनाव-2024 के नतीजों के आने के एक दिन बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया। राष्ट्रपति भवन की ओर से बया गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और उनसे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन जाकर द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और अपने मंत्रिपरिषद के साथ इस्तीफा दिया। सूत्रों से आई जानकारी के अनुसार मोदी अब 8 जून को अपने तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
इससे पहले लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही राजधानी दिल्ली में राजनीतिक हलचल लगातार जारी है। बुधवार को दिल्ली में एनडीए और विपक्षी इंडिया गठबंधन के दल अलग-अलग बैठक कर रहे हैं। दोनों ही गठबंधन अपने-अपने सहयोगी दलों के साथ भविष्य की रणनीति को लेकर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री @narendramodi ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने अपना और केन्द्रीय मंत्रिपरिषद का त्यागपत्र सौंपा। राष्ट्रपति ने त्यागपत्र स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री तथा उनके सहयोगियों से नई सरकार के गठन तक अपने पद पर बने रहने का… pic.twitter.com/n9yri078uH
— President of India (@rashtrapatibhvn) June 5, 2024
17वीं लोकसभा भंग करने को मंजूरी
नई सरकार के गठन को लेकर बताया जा रहा है कि एनडीए गठबंधन के नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी 8 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में पीएम आवास पर हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में वर्तमान लोकसभा (17वीं लोकसभा) को भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दे दी गई।
एनडीए गठबंधन की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को हो सकता है। राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को ही बयान जारी कर यह बताया था कि नए केंद्रीय मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण की तैयारी के लिए राष्ट्रपति भवन 5 से 9 जून तक आम लोगों के लिए बंद रहेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी सहित केंद्र सरकार के सभी वर्तमान मंत्रियों को बुधवार रात को डिनर पर भी आमंत्रित किया है।
भाजपा की कोशिश-सहयोगी नहीं छिटके
इससे पहले मंगलवार को आए चुनावी नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को फिर से बहुमत मिला है और भाजपा आज होने वाली एनडीए की बैठक में सहयोगी दलों के साथ सरकार गठन और भविष्य के राजनीतिक एजेंडे पर चर्चा करेगी। चुनावी नतीजों में हालांकि भाजपा अकेले अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है।
भाजपा को 543 में से 240 सीटें मिली हैं। बहुमत का आंकड़ा 272 का है। ऐसे में भाजपा के सहयोगियों चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। इसलिए भाजपा की पहली कोशिश एनडीए गठबंधन के सभी सहयोगी दलों को मजबूती से अपने साथ बनाए रखने की है ताकि सरकार बनाने में कोई परेशानी नहीं आए।