नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस से फोन पर बात की। उन्होंने पीएम मोदी को देश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया। पीएम मोदी ने एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
पीएम मोदी ने बताया कि बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर बात हुई और मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, ”बांग्लादेश में सरकार के सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस से फोन पर बात की। मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया।”
Received a telephone call from Professor Muhammad Yunus, @ChiefAdviserGoB. Exchanged views on the prevailing situation. Reiterated India’s support for a democratic, stable, peaceful and progressive Bangladesh. He assured protection, safety and security of Hindus and all…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे बताया कि उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और संरक्षा का आश्वासन दिया। वहीं, पीएमओ ने एक विज्ञप्ति में कहा कि दोनों नेताओं ने संबंधित राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
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पीएम नरेंद्र मोदी दो बार बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा का मुद्दा उठा चुके हैं। अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अशांति के बीच 140 करोड़ भारतीय हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
प्रधानमंत्री ने लाल किले के प्राचीर से कहा था कि भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश समृद्धि और शांति के मार्ग पर चलें। हम शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले दिनों में हम बांग्लादेश की ‘विकास यात्रा’ के लिए शुभकामनाएं देते रहेंगे, क्योंकि हम मानवता की भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने ने मोहम्मद यूनुस के शपथ लेने पर बधाई दी थी और बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के खिलाफ मोहम्मद यूनुस से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया था।
बांग्लादेश जून से ही बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के कारण अशांति में घिरा हुआ है। ये प्रदर्शन शुरू में सरकारी नौकरियों में कोटा को लेकर थे, लेकिन जल्द ही ये सरकार विरोधी हो गए। शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने और उनके देश छोड़ भारत चले जाने के बाद से देश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं।