नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो साल से ज्यादा समय से जारी जंग के बीच भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने कीव का दौरा कर सकते हैं। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। ऐसे में यह पहली बार होगा जब युद्ध के बीच पीएम मोदी यूक्रेन जाएंगे। इससे पहले पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की करीब एक महीने पहले ही जून इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान मिले थे। दोनों नेता एक-दूसरे को गले लगाते भी नजर आए थे।

WION की रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी अगस्त के तीसरे हफ्ते में यूक्रेन का दौरा कर सकते हैं। संभवत: 23 अगस्त को पीएम मोदी यूक्रेन के दौरे पर होंगे। इटली में मुलाकात से पहले पीएम मोदी और जेलेंस्की की मुलाकात पिछले साल जापान में हुए जी-7 समिट के दौरान हुई थी।

जंग शुरू होने के बाद से यूक्रेन का दौरा करने वाले दुनिया भर के कई नेता पोलैंड होकर गए हैं। ऐसा हवाई क्षेत्र बंद होने की वजह से है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम मोदी भी पोलैंड के रास्ते यूक्रेन की यात्रा कर सकते हैं। अपनी यूक्रेन यात्रा से पहले पीएम पॉलेंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क सहित अन्य पोलिश नेताओं के साथ बातचीत कर सकते हैं।

जेलेंस्की ने दी थी बधाई

पीएम मोदी के लोकसभा चुनाव के बाद तीसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद भी जेलेंस्की ने उन्हें फोन पर बधाई दी थी और यूक्रेन का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था। इससे पहले इस साल मार्च में राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ एक फोन कॉल में पीएम मोदी ने भारत-यूक्रेन साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की थी और चल रहे संघर्ष के समाधान के लिए भी बातचीत और कूटनीतिक रास्ते का आह्वान किया था।

प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सब कुछ करना जारी रखेगा। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से भारत कई बार कह चुका है कि इसे केवल बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कह चुके हैं कि 'भारत किसी भी शांति प्रयास में योगदान देने के लिए तैयार है।'

इस महीने दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत भी हुई थी। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा सहित एनएसए अजीत डोभाल और उनके यूक्रेनी समकक्ष एंड्री यरमक ने टेलीफोन पर बातचीत की थी। बातचीत के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया कि यह वार्ता 'हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और विकसित करने' पर थी।

हाल में रूस के दौरे पर पहुंचे थे पीएम मोदी

ये भी गौर करने वाली बात है कि पीएम मोदी इस महीने की शुरुआत में दो दिवसीय यात्रा पर मॉस्को भी गए थे। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि हिंसा से कोई भी समाधान युद्ध के मैदान में नहीं खोजा जा सकता है। उन्होंने कहा था, 'भारत ने हमेशा क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने का आह्वान किया है। युद्ध के मैदान पर कोई समाधान नहीं मिल सकता है। बातचीत और कूटनीति ही आगे बढ़ने का रास्ता है।'

बता दें कि युद्ध शुरू होने के बाद से पश्चिमी दुनिया के कई नेताओं ने कीव का दौरा किया है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत इतालवी पीएम जियोर्जिया मेलोनी, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो शामिल हैं।

वहीं, यूक्रेन की यात्रा करने वाले एशियाई नेताओं में इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो शामिल हैं, जिन्होंने जून 2022 में युद्धग्रस्त देश का दौरा किया था। वे युद्ध शुरू होने के बाद से यात्रा करने वाले पहले एशियाई नेता भी थे। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मार्च 2023 में कीव का दौरा किया। किशिदा ने अपनी दिल्ली यात्रा के बाद यूक्रेन का दौरा किया था।