प्रयागराज: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतदान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज में चले रहे महाकुंभ में त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। मतदान के दिन हिंदुओं के सबसे बड़े आयोजन में पीएम मोदी के पहुंचने के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। वैसे यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री मोदी चुनाव के दिन या प्रचार खत्म होने के बाद के साइलेंट पीरियड में इस तरह के किसी हाई-प्रोफाइल दौरे पर हैं।
विपक्ष पीएम मोदी की ऐसी यात्राओं को लेकर पहले भी सवाल उठाता रहा है। हाल ही में देखें तो कांग्रेस ने पिछले साल यानी 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग का रूख किया था। पीएम मोदी तब रामेश्वर में स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे के ध्यान के लिए गए थे।
विपक्ष का आरोप रहता है कि पीएम के चुनाव के दिन या साइलेंट पीरियड में ऐसे दौरों से चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे इवेंट को लगाताट टीवी और मीडिया के अन्य स्रोतों से कवरेज मिलता है और ये एक प्रचार की तरह होता है।
दिल्ली में चुनाव और 5 फरवरी का दिन
दिल्ली में आज यानी 5 फरवरी को मतदान हो रहा है। वहीं, इस दिन हिंदू माघ अष्टमी और भीष्म अष्टमी मना रहे हैं। माघ अष्टमी का यह दिन भारत की धार्मिक परंपराओं से जुड़ा हैं।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi takes a holy dip at Triveni Sangam in Prayagraj, Uttar Pradesh
— ANI (@ANI) February 5, 2025
(Source: ANI/DD)
#KumbhOfTogetherness #MahaKumbh2025 pic.twitter.com/kALv40XiAH
माघ अष्टमी हिंदू कैलेंडर के माघ महीने के आठवें दिन आता है। कई लोग इस दिन नदियों में स्नान करने, दान देने और ध्यान आदि करने के लिए प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर इकट्ठा होते हैं। गुप्त नवरात्रि भी अभी चल रही है।
वहीं, भीष्म अष्टमी महाभारत के भीष्म पितामह की याद में मनाई जाती है। महाभारत की कथा के अनुसार भीष्म पितामह ने कई दिनों तक बाणों की शैय्या पर रहने के बाद इसी दिन अपना प्राण त्यागा था।
चुनावी मौसम में पीएम मोदी के अनूठे दौरे
साल 2014 के लोकसभा चुनाव से बात शुरू करते हैं। यही वह चुनाव था जिसमें पहली बार मोदी को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया गया था। नौ चरण के लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान समाप्त करने के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के सतारा जिले में प्रतापगढ़ किले का दौरा किया था।
यह किला 17वीं सदी में मराठा राजा शिवाजी की मुगलों पर जीत का प्रतीक स्थल था। यही वह जगह थी जहां शिवाजी द्वारा अफजल खान की 'वाघ नख (बाघ के पंजे)' से हत्या कर दी गई थी। महाराष्ट्र में हर चुनाव में शिवाजी का जिक्र आता रहा है। मराठा गर्व के साथ-साथ मौजूदा राजनीति में शिवाजी को हिंदुत्व से जोड़ कर भी पेश किया जाता रहा है। उसी साल के अंत में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी होने थे।
भाजपा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में 282 सीटें जीती। वहीं, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने कुल मिलाकर 543 लोकसभा सीटों में से 336 पर कब्जा किया।
2019 का लोकसभा चुनाव
यह पहला चुनाव था जिसमें मोदी प्रधानमंत्री के रूप में उतरे। यह लोकसभा चुनाव सात चरणों में हुआ था। पीएम मोदी ने अपने लंबे-चौड़े चुनावी अभियान के बाद 19 मई से उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर पहुंचे थे।
पीएम मोदी ने यहां एक गुफा में करीब 17 घंटे तक ध्यान किया। इस दौरान विपक्ष ने पीएम मोदी पर मतदान से पहले 48 घंटे के साइलेंट पीरियड में वोट हासिल करने के लिए 'धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल' करने का आरोप लगाया।
बहरहाल, चुनाव के नतीजे न केवल भाजपा के पक्ष में रहे बल्कि 2014 की तुलना में और बेहतर प्रदर्शन करते हुए पार्टी ने 303 सीटें जीत ली। एनडीए ने कुल मिलाकर 352 सीटें हासिल की।
2024 का लोकसभा चुनाव
भाजपा इस चुनाव में '400 पार' के नारे के साथ उतरी थी। यह लोकसभा चुनाव भी सात चरणों में हुआ। पीएम मोदी ने 204 चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री मोदी इस चुनाव में प्रचार अभियानों को खत्म करने के बाद और आखिरी चरण के 1 जून को होने वाले मतदान से पहले रामेश्वरम के विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे थे और 45 घंटे का ध्यान किया। बहरहाल, चुनावी नतीजे भाजपा के लिए अच्छे नहीं रहे। भाजपा की सीटें गिरकर 240 पर आ गईं जो पूर्ण बहुमत से नीचे है।
हालांकि, एनडीए के सहयोगी दलों और खासकर चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और नीतीश कुमार की जदयू के साथ मिलकर पीएम मोदी तीसरी बार सरकार बनाने में सफल रहे।
विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी
पिछले ही साल जब 5 अक्टूबर, 2024 को हरियाणा की सभी 90 विधानसभाओं के लिए मतदान चल रहा था, तब पीएम मोदी महाराष्ट्र के वाशिम जिले के पोहरा देवी मंदिर में प्रार्थना के लिए पहुंचे थे। उन्होंने वहां बंजारा समाज के संतों से भी मुलाकात की। इस समुदाय की अच्छी-खासी मौजूदगी हरियाणा में भी है।
हाल-फिलहाल के कुछ और उदाहरण लें तो 11 नवंबर, 2024 को झारखंड के पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने गुजरात के वडताल में श्री स्वामीनारायण मंदिर की 200वीं वर्षगांठ समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक सभा को भी संबोधित किया।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ का चुनाव और पीएम मोदी
इससे पहले 25 नवंबर, 2023 को जब राजस्थान में मतदान हो रहा था, तब पीएम मोदी ने भारतीय वायु सेना के मल्टीरोल फाइटर जेट तेजस पर उड़ान भरी थी। पीएम मोदी ने बेंगलुरु में एचएएल की यात्रा के दौरान हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के स्वदेशी ट्रेनर वर्जन पर उड़ान भरी थी।
इससे दो दिन पहले, 23 नवंबर को राजस्थान चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में दर्शन और पूजा किया।
उस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने मथुरा में संत मीराबाई की 525वीं जयंती के कार्यक्रम 'संत मीराबाई जन्मोत्सव' में भी भाग लिया। अपने भाषण में पीएम मोदी ने इस बात का जिक्र किया कि मीराबाई का जन्म राजस्थान में हुआ था। बता दें कि यूपी की सीमा से लगे राजस्थान के दो जिले- भरतपुर और धौलपुर ब्रज बेल्ट का हिस्सा हैं, जिसका केंद्र मथुरा है। इस पूरे क्षेत्र में मध्यकालीन भक्ति काव्य की, विशेषकर मीराबाई से जुड़ी एक समृद्ध परंपरा है।
इसके अलावा 5 नवंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने राज्य के डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। इसके बाद 15 नवंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ में 70 सीटों के लिए दूसरे चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने झारखंड के उलिहातु गांव का दौरा किया था। यह भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली है। यह बिरसा मुंडा की जयंती का भी दिन था। बिरसा मुंडा आदिवासियों के लिए पूजनीय हैं। उलिहातु गांव का दौरा करने वाले वह पहले पीएम बने। वहीं, दूसरी तस्वीर देखें तो छत्तीसगढ़ में आदिवासी मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या भी है।