वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा के दौरान गुरुवार (भारतीय समयानुसार देर रात) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई। इसमें 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के सफल प्रत्यर्पण आदेश और एफ -35 स्टील्थ फाइटर जेट को लेकर रक्षा सौदा जैसे विषय शामिल रहे। दूसरी ओर ट्रंप ने टैरिफ (आयात शुल्क) का मुद्दा उठाया।

ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात को लेकर बराबर का टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने की बात कही। वहीं, पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता शुरू करने की बात कही। पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन जंग का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को लगता है कि भारत इस मामले में तटस्थ रहा है, लेकिन ये गलत है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से शांति के पक्ष में रहा है और दोनों देशों से आपस में बातचीत की अपील उसने की है।

पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात: भारत को क्या मिला

1. तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण: डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत में प्रत्यर्पित करने की घोषणा की। इस कदम की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराहना की। ट्रंप ने कहा, 'मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने भारत में न्याय का सामना करने के लिए 2008 के भयानक मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं (तहव्वुर राणा) और दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। वह न्याय का सामना करने के लिए भारत वापस जा रहा है।' 

इस पर पीएम मोदी ने जवाब में कहा, 'मैं राष्ट्रपति का आभारी हूं कि उन्होंने 2008 में भारत में नरसंहार करने वाले एक अपराधी को भारत प्रत्यर्पित करने का फैसला किया है। भारत की अदालतें उचित कार्रवाई करेंगी।'

2. F-35 विमान देगा अमेरिका: एक अन्य बड़ी घोषणा में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी के साथ प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका भारत को अपनी सैन्य बिक्री बढ़ाएगा और अंततः इससे F35 स्टील्थ लड़ाकू विमान देने का रास्ता खुलेगा। ट्रंप हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए क्वाड साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोई समयसीमा नहीं बताई, लेकिन दूसरे देशों को सैन्य बिक्री, विशेष रूप से स्टील्थ एफ-35 जेट जैसी अत्याधुनिक तकनीक के लिए काम करने में आमतौर पर कई साल लग जाते हैं। 

3. व्यापार घाटे पर बात: द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत और अमेरिका अमेरिकी व्यापार घाटे पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए। डोनाल्ड ट्रंप ने उच्च शुल्कों को लेकर भारत की आलोचना की और जवाब में भारत की तरह टैरिफ लागू करने के अपने कदम का बचाव किया। मोदी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, ट्रंप ने कहा कि दोनों देश व्यापार घाटे को कम करने के लिए बातचीत करेंगे।

वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश तेल और गैस पर ध्यान केंद्रित करते हुए "परस्पर लाभप्रद व्यापार समझौते" पर काम करेंगे, जिसे "बहुत जल्द" पूरा किया जाएगा। पीएम मोदी ने टैरिफ में ढील देने, अधिक अमेरिकी तेल, गैस और लड़ाकू विमान खरीदने और व्यापार पर गतिरोध के बीच रियायतें देने की भी पेशकश की।

4. व्यापार बढ़ाने पर सहमति: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन अमरीकी डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की टीमें पारस्परिक रूप से लाभप्रद व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए सहयोग करेंगी।

ट्रंप के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए मोदी ने कहा कि जहां अमेरिकी ट्रंप के "MAGA" नारे को मानते हैं, वहीं भारत का ध्यान 'विकसित भारत 2047' पर है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका संयुक्त विकास, संयुक्त उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

5. भारत-चीन सीमा विवाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने भारत-चीन सीमा तनाव और यूक्रेन में युद्ध सहित चल रहे वैश्विक संघर्षों का भी जिक्र किया और तनाव कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। भारत-चीन सीमा मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, 'मैं भारत को देखता हूं, मैं सीमा पर झड़पें देखता हूं, जो काफी भयानक हैं, और मुझे लगता है कि वे जारी रहती हैं। अगर मैं मदद कर सकता हूं, तो मुझे मदद करना अच्छा लगेगा, क्योंकि इसे रोका जाना चाहिए।'