वाशिंगटनः पीएम मोदी इस महीने के अगले हफ्ते अमेरिकी दौरे पर जा सकते हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने व्हाइट हाउस के अधिकारियों के हवाले से लिखा कि राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को न्यौता भेजा है।
डोनॉल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला अमेरिकी दौरा होगा। इससे पहले 27 जनवरी को पीएम मोदी और डोनॉल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इस फोन कॉल के बाद व्हाइट हाउस की तरफ से यह न्यौता आया है।
भारत और अमेरिकी साझेदारी पर जोर
27 जनवरी को हुई फोन कॉल पर दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के मजबूत संबंधों पर जोर दिया। इसके साथ ही इंडो-पैसिफिक क्वाड की साझेदारी पर भी जोर दिया। इस फोन कॉल पर ट्रंप ने अप्रवासन के मुद्दे पर बात की और भारत द्वारा अमेरिका में निर्मित सुरक्षा उपकरण खरीदने और दोनों देशों के बीच निष्पक्ष द्विपक्षीय नेताओं पर भी जोर दिया।
फोन कॉल के बाद व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी किया जिसमें लिखा था कि "दोनों नेताओं ने सहयोग को बढ़ाने और संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों के साथ इंडो-पैसिफिक, मिडिल ईस्ट और यूरोप की सुरक्षा को लेकर बातचीत की। "
नेताओं ने आगे बातचीत में पीएम मोदी के व्हाइट हाउस दौरे के बारे में बात की। इसके अलावा इंडो-पैसिफिक क्वाड साझेदारी के बारे में बात की। भारत इस साल के अंत में होने वाली क्वाड बैठक की मेजबानी करेगा। भारत पहली बार क्वाड की मेजबानी करेगा।
व्यापारिक रिश्तों में बढ़ोतरी की कवायद
भारत और अमेरिका के बीच अच्छे व्यापारिक रिश्ते हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के बीच साल 2023-24 के बीच व्यापार 132 मिलियन डॉलर का था। भारत चीन की अपेक्षा अमेरिका के साथ अच्छे व्यापारिक रिश्ते चाहता है। इसके लिए भारत की कोशिश है कि अमेरिका के साथ व्यापार में वृद्धि हो और भारतीय कुशल कामगारों को आसानी से अमेरिकी वीजा मिल सके।
जब ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए दोबारा चुनाव में उतरे थे तब भी पीएम मोदी ने उन्हें टेलीफोन पर बधाई दी थी। दोनों ही नेता अच्छे दोस्त हैं और वैश्विक मुद्दों को लेकर बात करते रहे हैं।
पीएम मोदी का यह निमंत्रण उस वक्त मिला है जब अमेरिका का एक सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को लेकर वापस भारत आ रहा है।