अनुराधापुराः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ अनुराधापुरा में भारत द्वारा समर्थित दो बड़ी रेल परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। इस मौके पर दोनों नेताओं ने महो-ओमानथाई रेलवे ट्रैक को बेहतर बनाने और महो-अनुराधापुरा खंड के लिए नई सिग्नलिंग प्रणाली शुरू की।
यह दोनों परियोजनाएं भारत की मदद से बनाई गई हैं और इनसे श्रीलंका के उत्तरी रेलवे नेटवर्क में कनेक्टिविटी और सुरक्षा में सुधार होने की उम्मीद है। यह आयोजन अनुराधापुरा रेलवे स्टेशन पर हुआ और यह भारत-श्रीलंका के बीच बढ़ते बुनियादी ढांचे के सहयोग का एक महत्वपूर्ण कदम है।
'कनेक्टिविटी को बढ़ावा, दोस्ती को नई ऊंचाई!'
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसकी तस्वीरें भी अपने एक्स हैंडल पर साझा कीं। उन्होंने लिखा, कनेक्टिविटी को बढ़ावा, दोस्ती को नई ऊंचाई! अनुराधापुरा में, राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिसानायके और मैंने मिलकर मौजूदा माहो-ओमानथाई रेलवे लाइन के उन्नयन कार्य का शुभारंभ किया। साथ ही माहो से अनुराधापुरा सेक्शन में एक अत्याधुनिक सिग्नलिंग और दूरसंचार प्रणाली की स्थापना की परियोजना की शुरुआत भी की गई। पीएम ने आगे लिखा कि भारत को गर्व है कि वह श्रीलंका की विकास यात्रा में विभिन्न स्तरों पर सहभागी और सहयोगी बन रहा है।
Boosting connectivity and enhancing friendship!
— Narendra Modi (@narendramodi) April 6, 2025
In Anuradhapura, President Anura Kumara Dissanayake and I jointly inaugurated the track upgradation of the existing Maho-Omanthai railway line. The signalling project which involves the installation of an advanced signalling and… pic.twitter.com/n9ITvkXe9H
रेल मंत्रालय के इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड ने किया निर्माण
नेताओं का स्वागत करने के लिए स्टेशन पर बड़ी संख्या में उत्साहित स्थानीय लोग जुटे थे। ये रेल परियोजनाएं भारत सरकार के रेल मंत्रालय के तहत काम करने वाली सार्वजनिक कंपनी इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा बनाई गई हैं।
इरकॉन के सीएमडी हरि मोहन गुप्ता ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "आज का दिन बहुत खास है क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति मिलकर 128 किलोमीटर लंबी उन्नत रेलवे परियोजना को देश को समर्पित कर रहे हैं, जो पहले बहुत खराब हालत में थी।" उन्होंने यह भी कहा, "यह भारत और श्रीलंका दोनों के लिए गर्व का पल है।"
पीएम मोदी ने जया श्री महाबोधि मंदिर का किया दौरा
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति दिसानायके ने आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धेय जया श्री महाबोधि मंदिर का दौरा किया।यह मंदिर एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थल है, जिसमें पवित्र बोधि वृक्ष मौजूद है। माना जाता है कि यह बोधि वृक्ष सम्राट अशोक की बेटी थेरी संघमित्रा द्वारा भारत से लाए गए पौधे से पनपा था।
Offered prayers at the sacred Jaya Sri Maha Bodhi in Anuradhapura with President Dissanayake. It’s a deeply humbling moment to be at one of the most revered sites in Buddhism. It is a living symbol of peace, enlightenment and spiritual continuity. May the teachings of Lord Buddha… pic.twitter.com/sUJ0AG7E5C
— Narendra Modi (@narendramodi) April 6, 2025
सद्भावना का प्रतीक बनते हुए मंदिर के मुख्य पुजारी ने प्रधानमंत्री मोदी की कलाई पर 'रक्षा सूत्र' (सुरक्षा धागा) बांधा।
शनिवार को, प्रधानमंत्री मोदी अनुराधापुरा पहुंचे, जहां उन्हें श्रीलंकाई वायुसेना द्वारा औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यात्रा के एक खास पल को शेयर करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर श्रीलंकाई राष्ट्रपति के साथ एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा, "अपने मित्र, राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के साथ अनुराधापुरा में।"
दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर विस्तार से हुई चर्चा
दोनों नेताओं ने शनिवार को कोलंबो में विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की थी।
वार्ता के बाद प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका मित्र विभूषण से सम्मानित किया गया, जो श्रीलंका का एक प्रमुख नागरिक सम्मान है। यह सम्मान भारत के निरंतर समर्थन और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत योगदान को मान्यता देता है। इस दिन कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी हुए, जिसमें दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचे, ऊर्जा और विकास के क्षेत्रों में भारत समर्थित नई परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
--आईएएनएस इनपुट के साथ