गयाजी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 'ज्ञानस्थली' के रूप में चर्चित बिहार के गयाजी पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने मगध विश्वविद्यालय के मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में 13 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत से रेल, सड़क, बिजली, आवास, जलापूर्ति और स्वास्थ्य क्षेत्रों से जुड़ी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित रहे। पीएम मोदी यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया, जिसमें मगध क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इससे पहले प्रधानमंत्री ने गयाजी और दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली और कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
गयाजी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने बक्सर में 660 मेगावाट क्षमता का थर्मल पावर प्लांट, मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, एनएच 31 का बख्तियारपुर से मोकामा क्षेत्र चार लेन पथ, नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत मुंगेर में एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क योजना, औरंगाबाद, बोधगया और जहानाबाद में जल आपूर्ति परियोजना की सौगात दी।
पीएम मोदी ने बेगूसराय में छह लेन सिमरिया पुल का उद्घाटन किया। एनएच 31 पर बना यह पुल 8.15 किमी लंबा है। यह पटना के मोकामा और बेगूसराय के बीच सीधा संपर्क स्थापित करेगा। यह पुल पहले से मौजूद दो लेन वाले राजेंद्र सेतु के समानांतर बनाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में 4,260 और ग्रामीण क्षेत्रों में 12,000 लाभार्थियों को गृह प्रवेश कराया।
इस अवसर पर पांच प्रमुख लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से अपने घरों की चाबी सौंपी। इनमें तीन ग्रामीण और दो शहरी परिवार शामिल रहे। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर एनडीए कार्यकर्ताओं में भी खासा उत्साह दिखा। सुबह से ही लोग कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने लगे थे। सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए हैं।
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)