नई दिल्लीः भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को संघर्ष विराम के बाद पीएम मोदी ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान तथा तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की।

यह बैठक संघर्ष विराम की घोषणा के बाद क्षेत्रों में ड्रोन देखे जाने के बाद हुई है। देर रात कई इलाकों में ड्रोन देखे जाने के बाद कई जगहों पर ब्लैकआउट किया गया। हालांकि रात में हालात स्थिर रहे। 

नियंत्रण रेखा पर स्थिति बताई जा रही सामान्य

भले ही नियंत्रण रेखा पर स्थिति सामान्य बताई जा रही है लेकिन पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शनिवार रात हुई घटनाओं की समीक्षा की गई। इसके साथ ही सीमा सुरक्षा को लेकर कई आवश्यक कदम उठाने की भी चर्चा की गई। 

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जल्द ही लखनऊ में उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे में ब्रम्होस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल उत्पादन इकाई का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। इस इकाई को सालाना 80 से 100 मिसाइलों के निर्माण के लिए डिजाइन किया गया है। 

रक्षा मंत्रालय सीजफायर घोषणा को लेकर प्रेस ब्रीफिंग भी कर सकता है। 

शनिवार को भी हुई थी बैठक

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा से पहले भी पीएम मोदी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। इसमें राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस.जयशंकर और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए थे। 

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बैठक के बाद एक बयान में कहा था कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपना दृढ़ और अडिग रुख कायम रखेगा। जयशंकर ने कहा, "भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने हमेशा आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ दृढ़ और अडिग रुख बनाए रखा है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।"

गौरतलब है कि भारत ने छह और सात मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' लांच किया था। इसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को निशाना बनाया गया था। 

रक्षा मंत्रालय ने इसके बारे में कहा था कि इसमें 100 आतंकी मारे गए। इसके बाद से पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी और ड्रोन और मिसाइल हमले किए जिसका भारतीय सैन्य बलों ने तत्परता से जवाब दिया। भारत ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 को ध्वस्त कर दिया था।