हिसार: हरियाणा के हिसार से सोमवार को अयोध्या की पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति की है। उन्होंने कहा कि डॉ भीम राव आंबेडकर हमेशा संविधान के संरक्षक रहे, लेकिन कांग्रेस हमेशा संविधान की भक्षक रही है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'तुष्टिकरण की राजनीति की है और केवल कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने का प्रयास किया है। उन्होंने कर्नाटक सरकार के धर्म के आधार पर दिए गए आरक्षण का हवाला देते हुए कहा कि यह सीधे-सीधे संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के सिद्धांतों का उल्लंघन है। बोले, 'बाबा साहेब ने स्पष्ट कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता।" उन्होंने कांग्रेस पर डॉ। अंबेडकर का अपमान करने और उन्हें दो बार चुनाव में हराने का भी आरोप लगाया।
वक्फ कानून को लेकर भी पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाए आरोप
वक्फ कानून को लेकर भी प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस कानून का दुरुपयोग कर भू-माफिया ने गरीबों की जमीन हड़पी और मुस्लिम समाज के पसमांदा, गरीब वर्ग को इसका कोई लाभ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अगर वक्फ कानून ईमानदारी से लागू होता तो आज मुसलमानों को पंचर बनाकर गुजारा नहीं करना पड़ता। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि भाजपा सरकार ने नए कानूनों के जरिए यह सुनिश्चित किया है कि अब आदिवासियों की जमीन को वक्फ बोर्ड छू भी नहीं सकता।
कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में गरीबों, दलितों, मुस्लिम, विधवा किसी का भला नहीं किया। 2013 में भी वक्फ कानून में बदलाव कर उसे डॉ भीमराव आंबेडकर के संविधान से ऊपर कर दिया। भाजपा ने अब वक्फ बोर्ड के कानून में बदलाव किया है। वक्फ कानून पहले भू-माफिया के लिए बनकर रह गया था। अब नए कानून में कोई आदिवासी की जमीन को नहीं ले पाएगा। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को महाराजा अग्रसेन हिसार एयरपोर्ट से हिसार-अयोध्या विमान को हरी झंडी दिखाने और हिसार एयरपोर्ट पर टर्मिनल-2 के शिलान्यास के लिए पधारे थे। मंच पर उन्होंने डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
'मुसलमानों को आधे टिकट क्यों नहीं देती कांग्रेस'
पीएम मोदी ने कहा कि मैं तो कहता हूं कि यदि मुसलमानों से इतना ही प्यार है तो कांग्रेस उनके किसी नेता को अपनी पार्टी का अध्यक्ष क्यों नहीं बनाती। उन्हें चुनाव में आधे टिकट क्यों नहीं देती। उन्होंने कहा कि इन लोगों को किसी की परवाह नहीं है। ये ऐसे फैसले करते हैं, जिससे गरीब मुसलमानों को भी परेशानी होती है। ऐसा ही वक्फ ऐक्ट था, जिससे कट्टरपंथी मुसलमानों और अमीरों को ही वक्फ बोर्ड पर कब्जा मिला। अब नए कानून से सभी खुश हैं।