नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आने वाले दिनों में अमेरिका का दौरा कर सकते हैं। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता में वापसी के बीच पीएम मोदी का कार्यक्रम दोनों देशों के रिश्तों को लेकर बेहद अहम साबित हो सकता है। सूत्रों के हवाले से आई जानकारी के अनुसार भारत और अमेरिकी अधिकारी पीएम मोदी के ट्रंप से द्विपक्षीय मुलाकात की योजना पर काम कर रहे हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार हालांकि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों नेताओं की मुलाकात कब हो सकती है। वैसे, भारत को इस साल क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करनी है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आ सकते हैं। इस लिहाज से पीएम मोदी की अमेरिका की यात्रा का कार्यक्रम का समय इस पर भी निर्भर हो सकता है कि भारत किन तारीखों में क्वाड नेताओं की मेजबानी करेगा।
एस जयशंकार और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच चर्चा
माना जा रहा है कि भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पीएम मोदी और ट्रंप के बीच जल्द से जल्द बैठक की संभावना पर चर्चा की है। हालांकि दोनों पक्षों की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। गौरतलब है कि विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्रंप के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था।
ट्रंप ने 2017 में राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल की शुरुआत में पीएम मोदी को अमेरिका का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था। पीएम मोदी ने तब उस साल जून में अमेरिका का दौरा किया था।
ऐसी बातें भी सामने आई हैं कि ट्रंप ने पिछले सप्ताह अपने सलाहकारों से कहा था कि वह जल्द ही चीन और भारत दोनों देशों का दौरा करना चाहेंगे। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एक सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा था, ‘ट्रंप ने अपने भारत की संभावित यात्रा को लेकर अपने सलाहकारों से भी बात की है।’
फ्रांस में होगी ट्रंप और मोदी की मुलाकात?
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी की मुलाकात अगले महीने की शुरुआत में फ्रांस में भी हो सकती है। फ्रांस दरअसल एआई एक्शन शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है।
ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान फरवरी 2020 में भारत का दौरा किया था। उस दौरान गुजरात के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में करीब एक लाख लोग दोनों नेताओं को सुनने के लिए जमा हुए थे। ट्रंप ने अपने भाषण में भारत के साथ अहम व्यापारिक समझौते का भी वादा किया था।
इससे पहले 2019 में ट्रंप ने ह्यूस्टन में मोदी के साथ ‘हाउडी मोदी’ रैली भी की, जिसमें 50,000 लोग शामिल हुए, जिनमें मुख्य रूप से भारतीय अमेरिकी शामिल थे।
ट्रंप और मोदी की मुलाकात…किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
अमेरिका इस समय भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है। दोनों देशों के बीच दोतरफा व्यापार 2023/24 में 118 बिलियन डॉलर से अधिक हुआ, जिसमें भारत ने 32 बिलियन डॉलर का व्यापार अधिशेष दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच प्रौद्योगिकी और रक्षा क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने पर अहम चर्चा हो सकती है।
इसके अलावा माइग्रेशन के विषय पर भी चर्चा हो सकती है। ट्रंप ने अवैध आप्रवासन पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि, साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वे कुशल श्रमिकों के लिए कानूनी रूप से प्रवासन के लिए तैयार हैं। भारत दुनियाभर में अपने आईटी प्रोफेशनल्स के लिए जाना जाता है। अमेरिका द्वारा जारी किए जाने वाले एच-1बी वीजा के तहत बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिका में काम कर रहे हैं।
इन सबके अलावा व्यापार टैरिफ को लेकर भी बात हो सकती है। व्हाइट हाउस में ट्रंप की वापसी ने भारत पर भी उच्च टैरिफ लगाने के बारे में चिंताएँ बढ़ा दी हैं। हालांकि, सूत्रों के अनुसार भारत इस संबंध में अमेरिका से बात कर बीच का रास्ता निकालने को तैयार है। साथ ही भारत अधिक अमेरिकी निवेश आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहन देने को भी तैयार है।
चीन को घेरने में अमेरिका के लिए भारत एक अहम भागीदार साबित हो सकता है। यह भी वजह है कि अमेरिका और भारत के व्यापारिक रिश्तों को आने वाले दिनों में और मजबूती दी जा सकती है।